पति इंजीनियर, जेठ RJD MLA, ससुर थे राज्यपाल, जानिये कौन है नीतीश की करीबी शीला मंडल?

शीला कुमारी मधुबनी जिले के फुलपरास सीट से जदयू की विधायक चुनी गई हैं, नीतीश ने दो बार की सीटिंग विधायक गुलजार देवी का टिकट काटकर शीला कुमारी मंडल को उम्मीदवार बनाया था।

New Delhi, Jul 31 : नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की आज मीटिंग है, माना जा रहा है कि इस बार बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा होगी, फिलहाल आरसीपी सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन उन्हें मोदी सरकार में मंत्री पद मिला है, जिसके बाद कहा जा रहा है कि ये पद ललन सिंह या उपेन्द्र कुशवाहा को मिल सकता है, वैसे नीतीश अपने फैसलों से लोगों को चौंकाते रहे हैं, ऐसा ही एक फैसला उन्होने पिछले साल नवंबर में लिया था, जब पहली बार विधायक बनी शीला मंडल को मंत्री बना दिया था। आइये जानें कौन हैं ये नीतीश की भरोसेमंद शीला कुमारी मंडल।

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फुलपरास सीट से विधायक
शीला कुमारी मधुबनी जिले के फुलपरास सीट से जदयू की विधायक चुनी गई हैं, नीतीश ने दो बार की सीटिंग विधायक गुलजार देवी का टिकट काटकर शीला कुमारी मंडल को उम्मीदवार बनाया था, शीला के खिलाफ चुनावी मैदान में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार गुलजार देवी भी उतरी थी, लेकिन शीला कुमारी जीत हासिल करने में सफल रही।

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अतिपिछड़ी जाति से नाता
शीला कुमारी मंडल अतिपिछड़ी जाति से आती हैं, उनके पति शैलेन्द्र कुमार इंजीनिययर हैं, दोनों की शादी साल 1991 में हुई थी, शीला और शैलेन्द्र को एक बेटा और एक बेटी है। शीला के चचेरे ससुर धनिक लाल मंडल भी फुलपरास सीट से विधायक रहे हैं, वो बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं।

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राज्यपाल भी रहे
देश में इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए आम चुनाव में धनिक लाल मंडल झंझारपुर सीट से सांसद चुने गये, फिर मोरारजी देसाई सरकार में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री बनाये गये, धनिक लाल मंडल 1990 से 1995 तक हरियाणा के राज्यपाल भी रहे, शीला के जेठ और धनिल लाल मंडल के बेटे भारत भूषण मंडल लौकहा सीट से राजद के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते हैं, वो मौजूदा विधायक हैं, शीला खुद पोस्ट ग्रेजुएट हैं और कविताएं लिखना उनके शौक में शुमार है।