अमेरिका के जाते ही पूरे काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का कब्‍जा, जश्‍न में ताबड़तोड़ फायरिंग, दहले अफगानी

अमेरिका की पूर्ण वापसी के साथ ही काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान का पूरी तरह से कब्‍जा हो चुका है, सोमवार को तालिबानियों ने जश्‍न मनाया । फायरिंग की आवाज से अफगानियों के दिल दहल गए ।

New Delhi, Aug 31: सोमवार देर रात जब अमेरिका का आखिरी विमान काबुल एयरपोर्ट से उड़ा तो तालिबान के लड़ाकों ने खूब जश्‍न मनाया । काबुल की सड़कों पर तालिबानियों ने जमकर हवाई फायरिंग की गई, जिसे सुन घरों में बैठे अफगानियों का दिल जरूर दहल गया होगा । 20 साल के बाद अमेरिका ने आखिरकार अफगानिस्तान को पूरी तरह से छोड़ दिया है, पूरा देश इसे सुपरपॉवर कंट्री की हार मान रहा है ।

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पूरी तरह से तालिबान का कब्‍जा
अमेरिका के काबुल छोड़ने के बाद अब काबुल एयरपोर्ट पर पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हो गया है । यानी अब अगर किसी को देश से बाहर जाना है, तो तालिबान की इजाजत लेनी होगी । afghanistan celebration (2)अफगानिस्तान पर अब तालिबान का पूरी तरह कंट्रोल हो चुका है । यही वजह रही जश्न मनाने में तालिबान ने कोई कसर नहीं छोड़ी । अमेरिकी विमान के उड़ान भरते ही काफी समय तक हवाई फायरिंग की गई और जश्न मनाया गया । सिर्फ बंदूके ही नहीं तालिबान की ओर से खूब पटाखे भी जलाए गए ।

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अब हम आज़ाद हुए: तालिबान
तालिबान की ओर से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद बयान americaभी जारी किया गया है, कहा गया- 20 साल तक हमारे लोगों को मारने, हजारों लोगों को घायल करने और आर्थिक नुकसान पहुंचाने के बाद आखिरकार अमेरिका यहां से वापस लौट गया है । तालिबान की ओर से ऐलान किया गया कि अब अफगानिस्तान पूरी तरह से आज़ाद हुआ है।

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2001 में गया था अमेरिका
अमेरिका ने साल 2001 में अफगानिसतान में कदम रखे थे, टारगेट था अलकायदा का चीफ ओसामा बिन लादेन । तब से लेकर अबतक वो यहीं था, देश से तालिबान-आतंकवाद के खात्‍मे की कोशिश में लगा था । इस लड़ाई में अमेरिका ने अपने कई नागरिकों को भी खोया । हालांकि आखिरकार उसे लौटना पड़ा । क्‍योंकि अब अफगानिस्तान पर तालिबान का राज है । 14 अगस्त के बाद से अमेरिका ने अब तक एक लाख से ज्‍यादा लोगों को काबुल एयरपोर्ट से बाहर निकाला है । अमेरिका के मुताबिक वो रुकेगा नहीं, तालिबान के साथ बातचीत कर वह आगे भी लोगों को बाहर निकालता रहेगा । हालांकि अब किसी भी अमेरिकी विमान को अफगानिस्तान के एयरस्पेस में जाने की इजाजत नहीं होगी ।