पंजशीर पर तालिबान का हमला, कब्जाने की जंग, नॉर्दन अलायंस दे रही करारा जवाब, कई ढेर
तालिबानी पंजशीर को जल्द से जल्द कब्जाना चाहते हैं, लेकिन इस प्रांत के शेरों से टकराना इतना आसान नहीं । खबर है कि देर रात तालिबानी लड़ाकों ने इलाके में घुसपैठ की कोशिश की है ।
New Delhi, Sep 01: अफगानिस्तान के लगभग सभी प्रांतों पर कब्जे के बाद भी तालिबान अब तक पंजशीर को जीत नहीं पाया है । अब अमेरिका की वापसी के बाद उसका पूरा फोकस इस प्रांत को पाने पर है । मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक पंजशीर पर कब्जा करने के लिए तालिबानी लड़ाकों ने घुसपैठ तेज कर दी है । पंजशीर के प्रवेश द्वार पर तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाके एक बार फिर आमने-सामने हैं ।
मंगलवार रात की घुसपैठ
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार रात को एक बार फिर तालिबान ने पंजशीर में घुसने की कोशिश की, यहां उसका मुकाबला नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों से हुआ । खबर है कि यहां कई लड़ाके ढेर कर दिए गए हैं । स्थानीय पत्रकार नातिक मालिकज़ादा की ओर से एक ट्वीट में जाकनारी देते हुए कहा गया कि अफगानिस्तान के पंजशीर के एंट्रेंस पर गुलबहार इलाके में तालिबान लड़ाकों और नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों के बीच मुठभेड़ हुई है । इसके अलावा यहां तालिबान ने एक पुल भी उड़ा दिया है ।
सोमवार को भी हुई गोलीबारी
इससे पहले सोमवार रात को भी तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस के बीच जमकर फायरिंग हुई थी, इसमें करीब 7-8 तालिबानी लड़ाकों के मारे जाने की खबर आई थी । पंजशीर अभी भी तालिबान के कब्जे से दूर है, यहां की नॉर्दर्न एलायंस आर्मी अहमद मसूद की अगुवाई में तालिबान के खिलाफ जंग लड़ रहा है । अहमद मसूद के प्रवक्ता फहीम दश्ती ने भी तालिबान के साथ हुई लड़ाई की पुष्टि की है । फहीम ने बताया कि सोमवार रात पंजशीर में तालिबान ने हमला किया था, और घुसपैठ की कोशिश की । लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली थी ।
बौखलाया तालिबान
अपने लड़ाकों के मारे जाने से तालिबान अब पूरी तरह बौखला गया है, उसने नॉर्दन अलायंस के नेता अहमद मसूद को धमकी दी है । तालिबान ने कहा है कि विद्रोहियों को अपने खून से इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी । वहीं नॉर्दर्न एलायंस की ओर से जानकारी के मुताबिक, गोलीबारी में उनके भी दो लड़ाके मारे गए हैं । आपको बता दें पंजशीर घाटी अब एकमात्र ऐसा इलाका है जहां पर अभी तक तालिबान का कब्जा नहीं हो पाया है । पंजशीर, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 150 किमी दूर है । यहां पर एक लाख लोग रहते हैं ।