कश्मीर पर तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन का बड़ा बयान, मेरी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया
2 दिन पहले तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन के उस बयान को प्रमुखता से छापा गया था, जिसमें उन्होने कहा था कि वो कश्मीरी मुस्लिम के लिये आवाज उठाएंगे।
New Delhi, Sep 06 : अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को भारत मान्यता देगा या नहीं, इसे लेकर फिलहाल तस्वीर साफ नहीं है, लेकिन इस बीच तालिबान ने कश्मीर मुद्दे पर अपने बयान को लेकर सफाई दी है, तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा, कि उनकी बातों को तोड़-मोड़कर पेश किया गया, सुहैल ने कहा कि उन्होने कभी भी ऐसा नहीं कहा कि तालिबान कश्मीर के मुद्दे पर दखल देगा, उन्होने साफ-साफ कहा कि कश्मीर भारत-पाक का मसला है, और दोनों देश खुद ही इसे सुलझाए, हालांकि सुहैल ने ये भी कहा कि मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार पर तालिबान जरुर आवाज उठाएगा।
कश्मीरी मुस्लिम के लिये आवाज उठाएंगे
आपको बता दें कि 2 दिन पहले तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन के उस बयान को प्रमुखता से छापा गया था, जिसमें उन्होने कहा था कि वो कश्मीरी मुस्लिम के लिये आवाज उठाएंगे, उनका ये बयान बीबीसी उर्दू ने सुहैल के इंटरव्यू के बाद छापा था, लेकिन सुहैल ने अपने बयान को लेकर अब सफाई दी है।
कश्मीर भारत का मसला
इंडिया टुडे से बात करते हुए सुहैल ने कहा, कश्मीर भारत-पाक का अंदरुनी मामला है, हम इसके बीच में नहीं पड़ेंगे, दोनों मुल्क इसका हल खुद निकाले, हमारी जमीन का इस्तेमाल हम किसी देश के खिलाफ नहीं होने देंगे, हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे, हम चाहते हैं कि दोनों शांतिपूर्वक तरीके से आपसे में इसे सुलझाएं।
सुहैल की सफाई
तालिबानी प्रवक्ता ने बीबीसी उर्दू के बयान को गलत बताया है, उन्होने कहा, मेरी बातों को गलत तरीके से पेश किया गया, मैं इससे हैरान हूं, जिस तरह किसी भी देश में हिंदू या सिखों के खिलाफ अत्याचार होता है, तो भारत अपनी बात रखता है, ठीक उसी तरह कहीं मुस्लिमों के खिलाफ अन्याय होने पर हम अपना नजरिया रखेंगे, इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। इससे पहले अनस हक्कानी ने कहा था कि कश्मीर मुद्दे में दखल नहीं देंगे, साथ ही उन्होने कहा था कि तालिबान भारत समेत अन्य देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है, उन्होने कहा था कि कश्मीर हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है, दखल देना हमारी नीति के खिलाफ है, हम हमारी नीति के खिलाफ कैसे जा सकते हैं, ये साफ है कि हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे, हम भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं।