आम मरीज बनकर अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री तो गार्ड ने मारा डंडा, पीएम ने पूछा निलंबित किये या नहीं?

मांडविया ने सफदरजंग अस्पताल में नये ऑक्सीजन प्लांट, कोरोना के इलाज के लिये तैयार अस्थायी अस्पताल समेत 4 सुविधाओं का शुभारंभ किया।

New Delhi, Sep 17 : मोदी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि बीते दिनों वो दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में औचक निरिक्षण करने आम मरीज बनकर पहुंचे, तो बेंच पर बैठने के दौरान एक गार्ड ने उन्हें डंडा मारा, इतना ही नहीं उस दौरान उन्हें अस्पताल में अव्यवस्था भी देखने को मिली, ये बात मांडविया ने खुद अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी 4 सुविधाएं शुरु करने के दौरान कही, उन्होने व्यवस्था में सुधार कर इसे देश का मॉडल अस्पताल बनाने का निर्देश दिया।

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किस कारण गार्ड ने मारा डंडा
मांडविया ने सफदरजंग अस्पताल में नये ऑक्सीजन प्लांट, कोरोना के इलाज के लिये तैयार अस्थायी अस्पताल समेत 4 सुविधाओं का शुभारंभ किया, इसके बाद डॉक्टरों को संबोधित करते हुए उन्होने यहां औचक निरीक्षण के समय की आपबीती सुनाई, उन्होने कहा कि वो एक आम मरीज की तरह बेंच पर बैठे, तो गार्ड ने उन्हें डंडा मारा और कहा कि यहां नहीं बैठना है। स्वास्थ्य मंत्री ने देखा कि अस्पताल में करीब 75 वर्षीय एक महिला को अपने बेटे के लिये स्ट्रेचर की जरुरत थी, परेशान हो रही महिला को स्ट्रेचर दिलाने में गार्ड ने कोई मदद नहीं की, उन्होने कहा कि अस्पताल में व्यवस्था ऐसी बनाई जानी चाहिये कि मरीजों को बिल्कुल परेशान ना हो, यदि अस्पताल में गार्ड हैं, तो बुजुर्ग महिला की मदद क्यों नहीं कर सकते, उन्होने निर्देश दिया कि इमरजेंसी ब्लाक में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड तैनात किये जाने चाहिये।

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पीएम ने पूछा गार्ड को निलंबित कर दिया
मंत्री ने डॉक्टरों से कहा कि उन्होने इस औचक निरीक्षण का अनुभव पीएम मोदी से भी साझा किया था, पीएम को जब उन्होने पूरी बात बताई तो उन्होने पूछा कि क्या जिस गार्ड ने डंडा मारा, उसे उन्होने निलंबित कर दिया, जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, PM Modi नहीं, क्योंकि वो व्यवस्था को बेहतर बनाना चाहते हैं, अस्पताल के डॉक्टरों को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना के इलाज में डॉक्टरों द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की, कहा कि सभी डॉक्टरों को टीम वर्क के रुप में काम करना चाहिये, उन्होने उम्मीद जताई कि ये अस्पताल अपनी छवि बदलने के लिये एक प्रेरणा के रुप में काम करेगा।

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कब की है घटना
आपको बता दें कि 24 अगस्त की रात एक आम मरीज बनकर स्वास्थ्य मंत्री सफरदरजंग अस्पताल के इमरजेंसी ब्लॉक में पहुंचे थे, इसके बाद उन्होने सीजीएसएच की एक डिस्पेंसरी का भी औचक निरीक्षण किया था, उन्होने गुरुवार को भी अस्पताल में मरीजों से बातचीत की और सुविधाओं के बारे में पूछा, इससे पहले बुधवार को भी उन्होने आरएमएल अस्पताल में औचक निरीक्षण किया था।