सिद्धू के पटियाला वाले आवास में तैयार हो रही रणनीति! क्या होगा अगला कदम?
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू के पटियाला आवास में हलचल तेज हो गई है । क्या होगा अलग कदम, इस पर चर्चा तेज है ।
New Delhi, Sep 29: पंजाब कांग्रेस में लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध लग रहा था कि खत्म हो गया, लेकिन मंगलवार को सिद्धू के इस्तीफे के बाद तस्वीर एक बार फिर बदल गई है । कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा दिलवाकर ही माने सिद्धू चन्नी के सीएम बनने के 8 दिन के अंदर पार्टी से फिर बिफर गए । सीधे आलाकमान को इस्तीफा भेज दिया । पत्र में लिखा कि समझौते करने से इंसान का पतन होता है, और मैं समझौता नहीं कर सकता । इसके बाद से चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं । सिद्धू के बाद उनके कुछ समर्थक नेताओं ने भी इस्तीफे दिए है, खबर है कि सिद्धू का पटियाला आवास रणनीतिक केंद्र बन गया है । जहां नेताओं की आवाजाही जारी है ।
देर शाम तक जुटते रहे नेता
देर शाम तक सिद्धू के पटियाला के यादवेंद्र एनक्लेव स्थित आवास पर नेताओं, मीडिया का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था । मीडिया रिपोर्ट के मुतबिक पार्टी के कुछ वरिष्ठ पार्टी नेताओं जैसे कुलजीत नागरा, इंदरजीत बुलारिया, रजिया सुल्ताना, परगट सिंह, सुखपाल खैरा ने सिद्धू से बातचीत की । बैठक के बाद नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा, ‘एक-दो मुद्दे हैं, बात हो गई है. कई बार गलतफहमी हो जाती है, हम उन्हें हल कर लेंगे।’
इस्तीफा स्वीकार नहीं …
खबरें ये भी आ रही हैं कि सिद्धू का इस्तीफा टॉप लीडरशिप ने स्वीकार नहीं किया है । अभी उन्हें मनाने की कोशिश जारी हैं । ये भी कहा जा रहा है कि आलाकमान नहीं चाहता कि उन्हें एक बार फिर कैप्टन और सिद्धू जैसे विवाद का सामना करना पड़े. चुनाव अगले कुछ ही महीनों में होने वाले हैं और ऐसे में पार्टी में शांति और एकजुटता होनी बहुत जरूरी है । आपसी मतभेद से पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है ।
पटियाला में बन रही है रणनीति
लेकिन इन सबके बीच अब सिद्धू का अगला कदम क्या होग, इस पर सबकीी नजर है । अगले कुछ दिनों तक सिद्धू के पटियाला स्थित घर पर नेताओं की आवाजाही बढ़ी रहने की संभावना जताई जा रही है । सिद्धू कैंप, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे गुरजीत सिंह को कैबिनेट में शामिल किए जाने से भी नाराज बताया जा रहा है । ऐसी खबरें भी हैं कि सिद्धू समर्थक 50 पार्टी नेताओं के इस्तीफे चाहते हैं ताकि पार्टी हाईकमान पर दबाव बन सके।