दिल्ली की ‘जहरीली’ हवा पर बोले केजरीवाल के मंत्री, बीजेपी के इशारे पर

गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने हर समय बयान दिये, कि पटाखे जलाने से कुछ नहीं होता है, ये धर्म और त्योहार का मामला है।

New Delhi, Nov 05 : दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राजधानी में वायु गुणवत्ता बिगड़ने के लिये पटाखे तथा पराली जलाये जाने को जिम्मेदार बताया है, इसके साथ ही उन्होने कहा कि दिल्ली में कुछ लोगों ने खास मकसद से पटाखे जलाये, इसके पीछे भाजपा है, पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली के आसपास पराली जलाये जाने की करीब 3500 घटनाओं का असर आज दिल्ली में दिखा, इस वजह से एयर क्वालिटी बिगड़ी है।

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बीजेपी पर आरोप
इसके अलावा गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी के नेताओं ने हर समय बयान दिये, कि पटाखे जलाने से कुछ नहीं होता है, ये धर्म और त्योहार का मामला है, अब सभी वैज्ञानिक कह रहे हैं कि पटाखों से प्रदूषण होता है, दो दिन पहले हवा की जो गुणवत्ता थी, वो आज नहीं है।

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वायु प्रदूषण बढा
आपको बता दें कि दिवाली की रात पटाखे चलाये जाने की वजह से शुक्रवार की सुबह दिल्ली वायु प्रदूषण अपने चरम पर रहा, तो शनिवार को भी इसके खतरनाक श्रेणी में बने रहने की संभावना है, आज सुबह पूसा, मंदिर मार्ग, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम, श्रीनिवास पुरी, आनंद विहार, कर्णी सिंह शूटिंग रेंज और ओखला समेत तमाम इलाकों में एआईक्यू 999 दर्ज किया गया, जो कि वायु गुणवत्ता मापने का उच्चतम पैमाना है, यही नहीं दिल्ली के 27 निगरानी केन्द्रों पर भी वायु गुणवत्ता खतरनाक श्रेणी में दर्ज की गई, हालांकि दोपहर तक हालात में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन एआईक्यू अभी भी ज्यादातर इलाकों में 350 से 500 के बीच बना हुआ है, दिल्ली कई क्षेत्रों के लोगों ने गले में खराश तथा आंखों से पानी आने की शिकायतें की है।

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विपक्ष पर निशाना
दिवाली से एक दिन पहले गोपाल राय ने विपक्षी दलों से आतिशबाजी को धर्म से नहीं जोड़ने तथा राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिये बुजुर्गों तथा बच्चों की जान जोखिम में नहीं डालने की अपील की थी, उन्होने कहा था कि कुछ लोग राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरी करना चाहते हैं, मैं उनसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं, कि दिल्ली के बच्चों और बुजुर्गों की जिंदगी से खिलवाड़ ना करें, राजनीति करने के लिये कई अन्य मुद्दे हैं, कृपया लोगों को सांस लेने दें, दिवाली दीयों का त्योहार है, पटाखों का नहीं।

पटाखे नहीं दीये जलाओ
बहरहाल दिल्ली सरकार ने आतिशबाजी रोकने के लिये 27 अक्टूबर को पटाखे नहीं दीये जलाओ अभियान शुरु किया था, जबकि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने 28 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में 1 जनवरी 2022 तक पटाखों की बिक्री और उनके जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था,  वहीं दिल्ली में पटाखे जलाने में संलिप्त पाये जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी धारा तथा विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।