धर्मांतरण केस में मौलाना उमर गौतम के बेटे अब्दुल्ला को UP ATS ने किया गिरफ्तार, जानिये क्या करता था?

एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि इस रकम को अब्दुल्ला अपने पिता तथा दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर अवैध रुप से इस्लाम अपनाने वाले लोगों में बांटता था।

New Delhi, Nov 07 : यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण गिरोह के मुखिया उमर गौतम के बेटे अब्दुल्ला को पूछताछ के बाद नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है, यूपी एटीएस की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार उमर गौतम की ओर से संचालित अल फारुखी मदरसे- मस्जिद तथा इस्लामिक दावा सेंटर (आईडीसी) के संचालन का काम अब्दुल्ला देखता था, एटीएस को अब्दुल्ला के बैंक खातों में कई स्त्रोतों से भारी भरकम रकम मिलने के सबूत मिले हैं, ये वही स्त्रोत है जिनसे उमर गौतम को भी रकम मिल रही थी, एटीएस के अनुसार अब्दुल्ला के विभिन्न बैंक खातों में अब तक 75 लाख रुपये आने के सबूत मिले हैं, जिनमें से 17 लाख रुपये विदेशों से आये हैं।

Advertisement

क्या करता था पैसे
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि इस रकम को अब्दुल्ला अपने पिता तथा दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर अवैध रुप से इस्लाम अपनाने वाले लोगों में बांटता था, rupees1 अब्दुल्ला को अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट का अहम सदस्य बताया जाता है, मौलाना उमर गौतम के अवैध धर्मांतरण के सभी कामों में सहयोगी भी बताया जाता है।

Advertisement

अब तक 16 गिरफ्तार
यूपी एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने बताया कि अब्दुल्ला को कोर्ट के सामने पेश कर पुलिस कस्टडी की कोशिश में जुट गई है, आपको बता दें कि arrested1 यूपी एटीएस ने अवैध धर्मांतरण केस से जुड़े 16 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है, इनमें मौलाना उमर गौतम, उमर गौतम का बेटा अब्दुल्ला, मौलाना कलीम सिद्दीकी, रामेश्वरम, कावड़े उर्फ आदम उर्फ एडम, भूप्रिय बन्दों उर्फ अर्सलान मुस्तफा, कौशर आलम और हाफिज इदरीस शामिल है।

Advertisement

हवाला का पैसा
अब तक की जांच में उमर गौतम और उसके साथियों को विदेशों से करीब 57 करोड़ रुपये हवाला और अन्य माध्यमों से फंडिंग के सबूत मिले हैं, जिसका हिसाब उमर गौतम और उसके साथ नहीं दे पाये हैं, rupee वहीं मौलाना कलीम के ट्रस्ट के खाते में 22 करोड़ रुपये की फंडिंग के सबूत मिले हैं, एटीएस की जांच में ये सामने आया है कि आरोपी एडम और कौसर आलम के कब्जे से बरामद इलेक्ट्रॉनिक सबूतों से ये बात सामने आ रही है, एडम और कौसर जिहाद की हिंसात्मक विचारधारा से भी प्रभावित क्षेत्र हैं, अलकायदा जैसे आतंकी समूहों से जुड़े धार्मिक उपदेशों से भी ये आरोपी प्रभावित रहे हैं।