मेंटॉर धोनी का नहीं चला जादू, पहली ही परीक्षा में फेल, क्या आगे भी मिलेगा मौका?
धोनी को मेंटार बनाये जाने के पीछे ये तर्क दिया गया था कि वो भारत के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक हैं, इसके अलावा उन्होने टीम के कई खिलाड़ियों के साथ लंबे समय तक खेला है, फिर आखिर कहां चूक हो गई।
New Delhi, Nov 08 : महेन्द्र सिंह धोनी की टी-20 विश्वकप से पहले टीम का मेंटार बनाया गया था, तब उम्मीद लगाई जा रही थी कि टीम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेगी, लेकिन टीम इंडिया सिर्फ 4 मैच खेलकर ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई, अभी टीम का एक मुकाबला बाकी है, यानी धोनी पहली परीक्षा में टीम को सफलता नहीं दिला सके, धोनी ने मेंटार बनने के लिये बीसीसीआई से किसी भी तरह के पैसे नहीं लिये थे, तब उनकी खूब वाहवाही हो रही थी, लेकिन खराब रिजल्ट के बाद उन पर भी सवाल उठेंगे, टीम टूर्नामेंट के अंतिम मुकाबले में आज नामीबिया से भिड़ेगी, लेकिन इस मैच का कोई औचित्य नहीं है, ये बतौर टी-20 कप्तान विराट कोहली का अंतिम मैच है, इसके अलावा रवि शास्त्री भी इसके बाद टीम इंडिया के साथ नहीं रहेंगे।
कहां चूक हो गई
धोनी को मेंटार बनाये जाने के पीछे ये तर्क दिया गया था कि वो भारत के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक हैं, इसके अलावा उन्होने टीम के कई खिलाड़ियों के साथ लंबे समय तक खेला है, फिर आखिर कहां चूक हो गई, ये विश्लेषण करने वाली बात है, टीम के पास विराट कोहली, रोहित शर्मा, कोच रवि शास्त्री जैसे दिग्गज भी थे, मैदान पर माही को हार्दिक पंड्या, ऋषभ पंत, विराट कोहली, वरुण चक्रवर्ती के साथ कई बार तैयारी करते हुए भी देखा गया, लेकिन ये खिलाड़ी मैच में कुछ खास नहीं कर सके।
धोनी सीएसके को चैंपियन बनाकर आये थे
धोनी से इसलिये भी उम्मीद थी क्योंकि वो आईपीएल 2021 में सीएसके को चैंपियन बनाकर आये थे, सीएसके टूर्नामेंट की सबसे उम्रदराज टीम थी, फिर भी टीम ने टी-20 में धाक जमाते हुए चौथी बार खिताब जीता, धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को 2007 में टी-20 विश्वकप, 2011 में आईसीसी विश्वकप और 2013 में चैपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया था, 2013 के बाद से भारतीय टीम अभी तक कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत सकी है।
अब राहुल द्रविड़ पर टीम का दारोमदार
राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का नया कोच बनाया गया है, उन्हें 2023 तक के लिये जिम्मेदारी दी गआ है, यानी तब तक धोनी का टीम इंडिया से जुड़ना संभव नहीं है, राहुल द्रविड़ पहले से जूनियर खिलाड़ियों को तैयार करते रहे हैं, इसके अलावा अब टीम को दो कप्तान भी मिलने वाले हैं, विराट कोहली टी-20 विश्वकप के बाद इस प्रारुप की कप्तानी छोड़ रहे हैं, द्रविड़ को 2022 टी-20 विश्वकप और 2023 आईसीसी विश्वकप के अलावा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भी खुद को साबित करना होगा।