परमवीर, वाजे और दाऊद कनेक्शन, कौन है रियाज भाटी, जिसे लेकर फडण्वीस और नवाब मलिक में ठनी
रियाज भाटी कुख्यात गैंगस्टर है, जिसका दाऊद इब्राहिम गैंग से सीधा संबंध है, भाटी पर रंगदारी, जमीन हड़पने, धोखाधड़ी, जालसाजी तथा फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं।
New Delhi, Nov 10 : महाराष्ट्र में ड्रग केस को लेकर जारी राजनीति अब अंडरवर्ल्ड लिंक तक पहुंच गई है, एनसीपी नेता तथा उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने पूर्व सीएम देवेन्द्र फडण्वीस पर अंडरवर्ल्ड से लिंक होने का आरोप लगाया है, इन सबके बीच एक नया नाम रियाज भाटी चर्चा में है, नवाब मलिक ने रियाज से रिश्ते को लेकर फडण्वीस से सवाल पूछा है, एनसीपी नेता ने बीजेपी नेताओं के साथ रियाज की तस्वीरें भी पोस्ट की है, वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए रियाज भाटी की एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे समेत अन्य नेताओं के साथ तस्वीरें पोस्ट की है, आइये आपको बताते हैं कि आखिर कौन है रियाज भाटी।
कौन है गैंगस्टर भाटी
रियाज भाटी कुख्यात गैंगस्टर है, जिसका दाऊद इब्राहिम गैंग से सीधा संबंध है, भाटी पर रंगदारी, जमीन हड़पने, धोखाधड़ी, जालसाजी तथा फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं, 2015 तथा 2020 में फर्जी पासपोर्ट की मदद से कोर्ट आदेशों का उल्लंघन कर देश से भागने की कोशिश करने के दौरान उसे गिरफ्तार किया जा चुका है।
वसूली करता था
जुलाई में गोरेगांव में दर्ज एक केस परमबीर सिंह और सचिन वाजे पर दर्ज एक मामले में भाटी सह आरोपी है, सूत्रों के अनुसार वाजे के कहने पर भाटी बार तथा रेस्टोरेंट से वसूली करता था, उसे वाजे को देता था, इस मामले में उसकी अग्रिम जमानत कोर्ट ने सितंबर में रद्द कर दी थी, तब से वो फरार है, जबकि मामले की जांच कर रही पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिये छापेमारी कर रही है।
विदेश भाग रहा था
फरवरी 2020 में रियाज को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जमानत के संबंध में आदेशों का उल्लंघन करने पर रोक लिया गया था, वो सऊदी अरब भागने के फिराक में था, इससे पहले 2015 में भी एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था, तब वो दक्षिण अफ्रीका भागने की कोशिश में था, उस समय उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी हुआ था, पुलिस ने 2013 में भाटी को गिरफ्तार किया था, वो फेक पासपोर्ट के जरिये भागने की कोशिश कर रहा था। उस पर 2006 में मलाड में भूमि हड़पने और धमकी देने का मामला दर्ज कराया गया था, उसने दाऊद इब्राहिम गिरोह के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल करके जमीन पर कब्जा किया था, खंडाला में उसके खिलाफ दो फायरिंग और धमकी देने के भी मामले दर्ज हैं।