IPS शिवदीप लांडे- 5 साल बाद हो रहा कमबैक, बिहार में शराब सिंडिकेट तोड़ पाएंगे?

बिहार सीएम ने बीते 16 नवंबर को लगातार 7 घंटे की समीक्षा बैठक कर तमाम अधिकारियों को साफ-साफ निर्देश दिया था, किसी भी कीमत बिहार में शराब की बिक्री और सेवन ना हो।

New Delhi, Nov 27 : बिहार कैडर के आईपीएस शिवदीप लांडे पूरे 5 साल बाद महाराष्ट्र से बिहार लौट रहे हैं, ऐसे में इस बार शिवदीप को बिहार में काफी कुछ बदला-बदला नजर आएगा, उनके सामने इस बार कई नई चुनौतियां भी होंगी, सबसे बड़ी चुनौती शराबबंदी का सख्ती का पालन कराना है, दरअसल उन्हें इस बार शराब माफियाओं से भी उलझना होगा, जहां भी उनकी पोस्टिंग होगी, उस क्षेत्र में उन्हें शराब माफियाओं के सिंडिकेट को ध्वस्त करना होगा, क्योंकि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों शराबबंदी कानून को लेकर काफी सख्त नजर आ रहे हैं।

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समीक्षा बैठक
आपको बता दें कि बिहार सीएम ने बीते 16 नवंबर को लगातार 7 घंटे की समीक्षा बैठक कर तमाम अधिकारियों को साफ-साफ निर्देश दिया था, किसी भी कीमत बिहार में शराब की बिक्री और सेवन ना हो, Nitish kumar सीएम ने शुक्रवार को नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर अपने साथ-साथ मंत्रियों तथा अधिकारियों को भी शराब ना पीने की शपथ दिलवाई है, अब ऐसे में चर्चा तेज हो गई है कि सीएम नीतीश शिवदीप लांडे को बिहार में शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिये बड़ी जिम्मेदारी दे सकते हैं।

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मुंगेर या भागलपुर
सूत्रों का दावा है शिवदीप लांडे को मुंगेर या भागलपुर का डीआईजी बनाया जा सकता है, अगर उन्हें ये जिम्मेदारी मिलती है, तो इस क्षेत्र में पिछले 5 साल से तेजी से अपनी पैठ बना चुके शराब माफियाओं के खिलाफ लांडे को खास रणनीति के तहत काम करना होगा, मालूम हो कि कहा ये भी जा रहा है कि shivdeep lande3 शिवदीप लांडे को मद्य निषेद विभाग में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है, अगर उन्हें बिहार आने पर प्रमोशन मिलता है, तो उन्हें आईजी भी बनाया जा सकता है। शिवदीप लांडे फिलहाल मुंबई क्राइम ब्रांच में बतौर डीआईजी कार्यरत थे, उन्हें डेपुटेशन पूरा होने पर शुक्रवार को ही महाराष्ट्र सरकार ने बिहार के लिये रिलीव कर दिया है, ऐसे में बिहार में शिवदीप लांडे को अगर प्रमोशन मिलता है, तो उन्हें आईजी बनने का भी अवसर मिल सकता है।

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महाराष्ट्र में ड्रग्स सिंडिकेट के खिलाफ अभियान
शिवदीप लांडे ने महाराष्ट्र में अपने कार्यकाल के दौरान ड्रग्स सिंडिकेट के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया था, उन्होने अपने फेसबुक पेज पर जानकारी देते हुए लिखा था, अपने एंटी नारकोटिक्स सेल पर गर्व महसूस हुआ, क्योंकि हमारी यूनिट ने ही विश्व के सबसे बड़े में से एक फेंटानील ऑपरेशन जिसकी रिकवरी रकम 1000 करोड़ से भी ज्यादा थी को अंजाम दिया था, ये ऑपरेशन पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन गया था। साथ ही लांडे ने जानकारी देते हुए पोस्ट में ये भी लिखा था कि मुंबई क्राइम ब्रांच के एंटी नारकोटिक्स सेल ने 23 सालों बाद दो बड़े ड्रग्स फैक्ट्री को ध्वस्त किया, मेरे सेल के पुलिस इंस्पेक्टर संतोष भालेकर के इस जोखिम भरे ऑपरेशन को आज रिवॉर्ड देकर सराहा गया, मुझे अपने समर्पित टीम पर गर्व है, शिवदीप लांडे से बेहतर काम की वजह से उनका प्रमोशन कर मुंबई क्राइम ब्रांच में उन्हें डीआईजी बनाया गया था।