योगी की सत्ता में वापसी के लिये मोदी का MDH प्लान, हो रही खूब चर्चा

मोदी युग से पहले महिलाओं के वोट की ताकत शायद किसी ने समझा होगा, 2014 चुनाव में महिलाओं का वोट बड़ा गेमचेंजर था, कई योजनाओं के जरिये बीजेपी ने महिलाओं को साधने की कोशिशें की।

New Delhi, Dec 22 : जैसे-जैसे यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सरगर्मी बढती जा रही है, सत्ताधारी बीजेपी 30 साल के रिकॉर्ड को देखते हुए सत्ता में दोबारा वापसी के लिये जुटी हुई है, यूपी में योगी सरकार की वापसी की कमान नरेन्द्र मोदी ने संभाल ली है, पीएम मोदी ताबड़तोड़ यूपी के दौरे कर रहे हैं, जिससे साफ है कि वो 2024 की तैयारियों में अभी से जुट गये हैं, इस बार उन्होने MDH का तड़का लगया है, यानी महिला, डेवलपमेंट और हिंदुत्व, बीजेपी की चुनावी तैयारी आधी आबादी, विकास तथा हिंदुत्व के ईद-गिर्द ही घूमती नजर आ रही है, आइये इसे एक-एक कर समझें।

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एम फॉर महिला
मोदी युग से पहले महिलाओं के वोट की ताकत शायद किसी ने समझा होगा, 2014 चुनाव में महिलाओं का वोट बड़ा गेमचेंजर था, कई योजनाओं के जरिये बीजेपी ने महिलाओं को साधने की कोशिशें की, वो सफल भी हुए, मिशन शक्ति हो या फिर उज्जवला गैस योजना , या फिर महिलाओं के नाम पर मिलने वाली कई तरह की छूटें, ट्रिपल तलाक कानून के जरिये वो मुस्लिम बिरादरी में भी सेंधमारी करने में सफल रहे, अब शादी की उम्र 18 से बढाकर 21 किये जाने के फैसले को भी इसी रुप में देखा जा रहा है, बीजेपी यूं ही ये सब नहीं कर रही है, बल्कि इसके जरिये पार्टी ने हर घर में अपना एक अलग वोटर खड़ा कर लिया है, अब पहले का युग नहीं रहा, कि घर का मुखिया जिसे वोट देने को कह देता था, उसे ही घर की महिलाएं भी वोट करती थी, महिलाएं अब स्वेच्छा से वोट करने लगी हैं, कई चुनावों में देखा गया कि पुरुषों से ज्यादा महिलाओं का वोट शेयर होता है, ऐसे में पीएम मोदी ने यूपी चुनाव के लिये भी एक मजबूत महिला बिग्रेड अपने पाले में खड़ी कर ली है, ये ट्रेंड रहा है कि महिलाएं जातिगत आधार पर अमूमन वोट नहीं करती, बीजेपी के लिये ये बड़ी जीत हो सकती है।

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डी फॉर डेवलपमेंट
महीने-डेढ महीने में पीएम मोदी ने यूपी के लगभग हर हिस्से का दौरा किया है, बुंदेलखंड, रुहेलखंड और पूर्वांचल में उनके जितने भी कार्यक्रम हुए, सब विकास योजनाओं की सौगात वाले ही देखने को मिले हैं, उन्होने गोरखपुर में एम्स तथा खाद कारखाने का उद्घाटन किया, तो झांसी और बलरामपुर में सिंचाई योजनाओं का, वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया, तो सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का, शाहजहांपुर में उन्होने गंगा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया, यानी मोदी विकास का मुद्दा इस चुनाव में भी ले जाने वाले हैं।

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एच फॉर हिंदुत्व
बीजेपी अपनी जुबान से भले ही इसे ना कहे, लेकिन ये मुद्दा उसके दिल में बैठता है, पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं को इसे आजमाया, लेकिन जैसी सफलता मोदी को मिली, वैसी किसी को नहीं मिली थी, अयोध्या की कानूनी लड़ाई पर मोदी सरकार में ही विजयश्री मिली, जिस शहर के बारे में ये मिथक था कि यहां कुछ नहीं हो सकता, उस वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण कराकर मोदी ने दिखा दिया, अयोध्या वाराणसी के बाद अब धीरे-धीरे मथुरा की बातें होने लगी है, बीजेपी ये संदेश देना चाहती है कि उसकी लड़ाई अयोध्या में राम मंदिर बनने तक ही नहीं थी, बल्कि अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।