दुनिया के 7 अजूबो में से एक ताजमहल के 22 कमरों का क्‍या है रहस्‍य? क्‍यों बंद रहते हैं दरवाजे

ताजमहल को लेकर विवाद फिर शुरू हो गया है, एक याचिका के बाद अब ये मामला कोर्ट में है । लेकिन क्‍या है 22 कमरों का ये रहस्‍य जिसे लेकर इतना हंगामा है, आगे पढ़ें ।

New Delhi, May 10: भारत के आगरा में स्थित ताजमहल, दुनिया के 7 अजूबो में से एक है । ये शानदार इमारत मुहब्‍बत की गवाह मानी जाती है । एक राजा की अपनी रानी से बेइंतहा मुहब्‍बत की निशानी के रूप में जानी जाने वाली ये इमारत अपने में कई राज समेटे हुए है । बताया जाता है कि अपनी भव्‍यता, सुंदरता, खूबसूरत कारीगरी की मिसाल इस इमारत ताजमहल को मुगल शासक शाहजहां ने अपनी प्‍यारी रानी मुमताज के लिए बनवाया था । लेकिन प्रेम कहानी से इतर इस ताजमहल की एक और कहानी है । इससे छुपे ऐसे राज और रहस्‍य हैं जो इस सफेद चमचमाती इमारत के काले रहस्‍यों को उजागर करती है ।

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मंदिर था ताजमहल ?
पिछले कुछ दशकों से ताजमहल को लेकर भी बहस छिड़ी हुई है । ऐसी जानकारी सामने आई है जिसे सुनकर सभी हैरान रह गए हैं । ऐसा कहा जाता है कि, ताजमहल बनवाने का मकसद कोई प्रेम कहानी नहीं बल्कि एक कुत्सित दमनकारी सोच थी । जो एक हिंदू मंदिर का अस्तित्‍व खत्‍म करने के लिए गढ़ी गई थी ।

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ताजमहल या तेजोमहालय ?
विवाद ये है कि दुनिया का यह सातवां अजूबा ताजमहल क्‍या वास्तव में ताजमहल है या फिर ये था एक हिंदू मंदिर तेजो महालय । ये विवाद शुरू हुआ है ताजमहल के उन 22 तहखानों से जो सदियों से बंद ही पड़े हैं । इन तहखानों रहस्‍य कोई नहीं जानता, कोई जानना चाहे भी तो नहीं जान सकता क्‍योंकि यहां जाना मना है ।

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तहखाने में दफन राज
बंद तहखानों को लेकर विज्ञान के कुछ सिद्धांतकार मानते हैं कि, ताजमहल के ये तहखाने शुद्ध मार्बल से बनाए गए हैं । अगर यहां कार्बन डाई ऑक्‍साइड की मात्रा अधिक होगी तो वो कैल्शियम कार्बोनेट में बदल जाएंगे । जिससे ताजमहल की दीवारों पर असर पड़ेगा और वो कमजोर हो जाएंगी । इसलिए इन बेसमेंट के कमरों को बंद रखा गाया है । वहीं एक दिलचस्‍प बात ये कही जाती है कि तहखाने में दफन मुमताज का शरीर आज भी वैसा ही जैसा मरने के वक्‍त था । मुमताज़ महल के शरीर को एक खास यूनानी पद्धति के साथ संरक्षित किया गया था । इसलिए वो अब भी वैसी ही है जैसी मरने के वक्‍त थी ।

क्‍या तहखाने में हिंदू मूर्तियों का दिखना सच है?
1934 में दिल्‍ली के रहने वाले एक शख्‍स ने दावा किया था कि उसने दीवारों में एक छेद के जरिए तहखाने के अंदर झांका था । उसने एक कमरे को देखा जो एक बड़े हॉल की तरह था, उसमें ढेर सारे स्‍तंभी थे । उन स्‍तंभों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां उकेरी गई थीं । ये सब देखकर वह व्‍यक्ति चौंक गया । लेकिन आगे का नजारा और भी विस्‍मयकारी था । इसके अलावा कुछ किताबें हैं जिनमें दावा किया गया है कि ताजमहल के गुंबद भारतीय मंदिरों के चिन्‍ह लिए हुए है । बहरहाल सच क्‍या है ये किसी को नहीं पता । इन 22 कमरों का असल सच आज तक किसी के सामने नहीं आया है ।