क्या महिंदा राजपक्षे परिवार सहित भागकर भारत आ गए? भारतीय हाई कमीशन ने दिया ये जवाब

श्रीलंका में हिंसा और दंगों के बीच महिंदा राजपक्षे देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं, इस बीच उनके परिवार समेत भारत भाग आने की खबरें आ रही हैं ।

New Delhi, May 11: पड़ोसी देश श्रीलंका में हालात बिगड़ गए हैं, भयानक हिंसा और दंगों के बीच स्थिति को काबू में करना नामुमकिन हो गया है । प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के प्रधानमंत्री पद से इस्‍तीफे के बावजूद लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है । श्रीलंकन लोगों में अपने नेताओं के प्रति नफरत बढ़ गई है और उन पर हमले किए जा रहे हैं । गुस्साई भीड़ ने उनके पैतृक घर को आग के हवाले कर दिया है । इस बीच श्रीलंका के सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैलाई जा रही है कि महिंदा राजपक्षे अपने परिवार के साथ भागकर भारत आ गए हैं।

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क्‍या भारत आ गया राजपक्षे परिवार?
श्रीलंकन प्रधानमंत्री को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही इस जानकारी के बाद श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने बयान जारी किया है । उच्चायोग की ओर से बताया गया है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही ये जानकारी पूरी तरह फर्जी है । यह सिर्फ एक अफवाह है । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मामले में कहा कि, भारत श्रीलंका में लोकतंत्र, स्थिरता और आर्थिक सुधार का समर्थन करता है और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के जरिए श्रीलंका के लोगों के हित में काम करता रहेगा।

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श्रीलंका के अधिकारियों ने भी किया खंडन
वहीं श्रीलंका के शीर्ष अधिकारी ने भी इस दावे का खंडन किया है । श्रीलंका के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के महानिदेशक और सीईओ कैप्टन थेमिया अबेविक्रमा ने सोशल मीडिया पर किए जा रहे इन दावों को झूठा बताया । उन्होंने कहा कि किसी को भी अवैध तरीके से ट्रैवल नहीं कराया गया है । आपको बता दें कि महिंदा राजपक्षे के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भी लोगों की नाराजगी कम होती नहीं दिख रही है ।

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आग के हवाले किया राजपक्षे का घर
गुस्‍साए लोग देशभर में उन्हें ढूंढ रहे हैं, जगह-जगह बैरिकेट्स लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है । प्रदर्शनकारियों ने हंबनटोटा में राजपक्षे परिवार के पैतृक घर ‘मेदामुलाना वालवा’ में आग तक लगा दी थी । पूरा घर आग से धूं-धूं कर जल गया था । लोगों ने नेगोंबो में एवेनरा गार्डन होटल हमले में एक लेम्बोर्गिनी समेत कई वाहन भी जला दिए थे । दरअसल लोगों का ये गुस्‍सा देश की चरमाई अर्थव्‍यवस्‍था के बाद फूटा है, जहां लोग मूलभूत सुविधाओं को भी तरस रहे हैं । सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी श्रीलंका में महंगाई दर 17 फीसदी को भी पार कर चुकी है, देश में खुद को दीवालिया घोषित कर दिया है ।

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