सुनील जाखड़ के बाद कुलदीप बिश्नोई दे सकते हैं कांग्रेस को झटका, खुला ऐलान

नेतृत्व की भूमिका की चाह रखने वाले पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने सार्वजनिक रुप से घोषणा की थी कि वो नाराज हैं, क्योंकि उन्हें एसपीसीसी के आला अधिकारियों के बीच जगह नहीं मिली।

New Delhi, May 17 : जब राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर चल रहा था, ठीक उसी समय पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया, पंजाब के पड़ोसी हरियाणा में भी कांग्रेस ने नये अध्यक्ष का ऐलान किया है, जिसके बाद वहां भी बगावती सुर तेज हो रहे हैं। सुनील जाखड़ ने पार्टी से अपना 5 दशक पुराना रिश्ता तोड़ते हुए अंतिम संबोधन में कहा था गुड लक और गुडबाय, कांग्रेस।

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हरियाणा में भी गुटबाजी
पंजाब की तरह हरियाणा में भी कांग्रेस गुटबाजी और अंतर्कलह से जूझ रही है, उदाहरण के लिये हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई को ही ले लें, जिन्होने 27 अप्रैल को सार्वजनिक रुप से अपनी नाराजगी जाहिर की थी, जब पार्टी आलाकमान ने पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी वफादार उदय भान को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष के रुप में नियुक्त किया था।

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पार्टी कार्यक्रमों से दूरी
नेतृत्व की भूमिका की चाह रखने वाले पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने सार्वजनिक रुप से घोषणा की थी कि वो नाराज हैं, क्योंकि उन्हें एसपीसीसी के आला अधिकारियों के बीच जगह नहीं मिली, उसके बाद से उनका राज्य पार्टी नेतृत्व के साथ टकराव बना हुआ है। कुलदीप बिश्नोई अब पार्टी के कार्यक्रमों को भी नजरअंदाज कर रहे हैं, 4 मई को चंडीगढ में प्रदेश पार्टी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उदय भान और हरियाणा कांग्रेस के 4 कार्यकारी अध्यक्षों ने अपनी नई जिम्मेदारी संभाली थी, तो उसमें कुलदीप शामिल नहीं हुए, कांग्रेस कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य होने के बाद भी कुलदीप बिश्नोई चिंतन शिविर में भी शामिल नहीं हुए।

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ताबड़तोड़ सभाएं
आदमपुर से 4 बार विधायक कुलदीप हाल के दिनों में अपने गृह क्षेत्र तथा उसके आसपास ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं, उन्होने अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुद्दों को उठाने के लिये बीजेपी नेता और सीएम मनोहर लाल खट्टर से भी मुलाकात की है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा कांग्रेस के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि इस बात के संकेत हैं कि अगर कुलदीप बिश्नोई को तुरंत शांत नहीं किया गया, तो वो एक ऐसा कदम उठा सकता है जिससे कांग्रेस को नुकसान होगा, अक्टूबर 2024 के लिये होने वाले अगले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को सेंध लग सकती है।

प्रमुख गैर जाट नेता
कुलदीप बिश्नोई हरियाणा कांग्रेस में एक प्रमुख गैर-जाट नेता हैं, हुड्डा, रणदीप सूरजेवाला जाट नेता हैं, तो उदय भान दलित नेता हैं। सूत्रों का दावा है कि कुलदीप बिश्नोई राहुल गांधी से मुलाकात के लिये समय मांग चुके हैं, वो अपनी बात कांग्रेस नेतृत्व तक पहुंचाना चाहते हैं।