
ऋषभ पंत की जगह टी-20 टीम में पक्की नहीं, ये 2 खिलाड़ी कर सकते हैं खेल खत्म!

वसीम जाफर का मानना है कि ऋषभ पंत फिलहाल जिस तरह के फॉर्म में चल रहे हैं, उसे देखते हुए एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर उनकी जगह टीम में पक्की नहीं है।
New Delhi, Jun 17 : ऋषभ पंत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं, लेकिन बीते कुछ समय से उनका बल्ला खामोश है, खासतौर से टी-20 प्रारुप में उन्होने नाम और रुतबे के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया है, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में अब तक ये नजर भी आया है, पंत कि किस्मत अच्छी थी कि उन्हें केएल राहुल के चोटिल होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज में टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी मिली, लेकिन इसके तले वो दबे से नजर आये, ना तो उनका बल्ला बोल रहा है, ना ही कप्तानी में धार नजर आ रही, अगर ऐसा ही प्रदर्शन आगे भी जारी रहा, तो हो सकता है कि उन्हें टी-20 विश्वकप टीम में जगह ही नहीं मिले, ये कहना है पूर्व सलामी बल्लेबाज तथा क्रिकेट एक्सपर्ट वसीम जाफर का।
जगह पक्की नहीं
वसीम जाफर का मानना है कि ऋषभ पंत फिलहाल जिस तरह के फॉर्म में चल रहे हैं, उसे देखते हुए एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर उनकी जगह टीम में पक्की नहीं है। वसीम ने ईएसपीएन क्रिकइंफो पर कहा आपके पास केएल राहुल है, जब वो चोट के बाद वापसी करेंगे, तो उनकी जगह टीम में पक्की है, वो विकेटकीपिंग भी कर लेते हैं, अगर दिनेश कार्तिक को आप मौका देते हैं, तो वो भी एक विकेटकीपर हैं, ऐसे में पंत का हालिया फॉर्म देखते हुए मुझे नहीं लगता कि उनकी जगह टीम में पक्की है।
लगातार रन बनाने होंगे
वसीम जाफर ने आगे कहा ऋषभ पंत को लगातार रन बनाने होंगे और अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी, उन्होने आईपीएल 2022 में भी ऐसा प्रदर्शन नहीं किया है, टी-20 में उनका प्रदर्शन बीते कुछ समय से फीका रहा है, मैंने पहले भी कई बार कहा है कि पंत ने जिस तरह से टेस्ट क्रिकेट खेला है, वनडे में भी कुछ अच्छी पारियां खेली है, लेकिन टी-20 में विकेटकीपर बल्लेबाज असफल रहे हैं, तो मेरे हिसाब से उनकी टी-20 में जगह पक्की नहीं है।
3 मैच में 40 रन
ऋषभ पंत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अब तक तीन टी-20 मैचों में कुल 40 रन बनाये हैं, इससे पहले उन्होने आईपीएल 2022 के 14 मैचों में दिल्ली कैपिटल्स के लिये 151 के स्ट्राइक रेट से 340 रन बनाये थे, लेकिन पूरे सीजन वो एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके, पंत तेजी से रन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसी चक्कर में अपना विकेट गंवा दे रहे हैं, यही वजह है कि टेस्ट और वनडे की तरह वो टी-20 आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर अपनी छाप नहीं छोड़ पा रहे हैं।