राष्ट्रपति चुनाव- कोई भी विपक्ष का उम्मीदवार बनने का तैयार नहीं?, अब गोपालकृष्ण गांधी ने कही बड़ी बात
विपक्ष के कुछ नेताओं ने गोपाल कृष्ण गांधी से फोन पर बात की थी, उन्हें राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का ऑफर दिया था।
New Delhi, Jun 20 : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी ने विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से इंकार कर दिया है, उन्होने बयान जारी कर कहा कि वो संयुक्त विपक्ष की ओर से अपने नाम की पेशकश किये जाने को लेकर आभारी हैं, साथ ही उन्होने अपनी उम्मीदवारी से भी इनकार कर दिया, उन्होने कहा कि मैं विपक्ष से उम्मीद करुंगा कि वो किसी और नाम पर विचार करें, जो मुझसे कहीं बेहतर राष्ट्रपति साबित हो सकता हो, इससे पहले 15 जून को विपक्ष द्वारा उम्मीदवार बनाये जाने के कयासों पर उन्होने कहा था कि अभी इस बारे में कुछ भी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगा।
कौन बनेगा विपक्ष का चेहरा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विपक्ष के कुछ नेताओं ने गोपाल कृष्ण गांधी से फोन पर बात की थी, उन्हें राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का ऑफर दिया था, इससे पहले 2017 में वेंकैया नायडू के मुकाबले विपक्ष ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया था, लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, गोपाल कृष्ण गांधी पूर्व राजनयिक हैं, इसके अलावा वो पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रुप में 2004 से 2009 तक सेवा दे चुके हैं, यही नहीं दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त के तौर पर भी वो काम कर चुके हैं।
पवार –अब्दुल्ला भी कर चुके इंकार
आपको बता दें कि राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर विपक्ष के बीच अब तक कोई सहमति नहीं बन पाई है, पिछले सप्ताह ममता बनर्जी ने दिल्ली में विपक्ष की एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें कांग्रेस समेत 17 दलों के नेता शामिल हुए थे, मीटिंग में कुछ नेताओं ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार के नाम का सुझाव दिया, लेकिन खुद शरद पवार ने इससे इंकार कर दिया। उन्होने कहा कि वो फिलहाल सक्रिय राजनीति में रहना चाहते हैं।
विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार
शरद पवार के बाद एनसी अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला के नाम पर विचार किया गया, लेकिन उन्होने भी मना कर दिया, जिसके बाद गोपाल कृष्ण गांधी का नाम सुर्खियों में आया, लेकिन अब ये भी मना कर रहे हैं, अभी तक जितने भी नाम पर विचार किया गया है, उसमें कोई भी विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने को राजी नहीं है।