
उद्धव सरकार की चूलें हिलाने वाले एकनाथ शिंदे की इतनी है संपत्ति, रखते हैं गन, दर्जनों मुकदमे दर्ज

एकनाथ शिंदे नेता बनने से पहले ऑटो चलाया करते थे, आज वो महाराष्ट्रे की उद्धव सरकार की गले की फांस बन गए हैं । शिंदे शिवसेना के सच्चे सिपाही माने जाते हैं।
New Delhi, Jun 23: महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। सत्ताधारी महाविकास अघाडी की सरकार खतरे में बताई जा रही है। ठाकरे परिवार के करीबी, दाहिने हाथ कहे जाने वाले एकनाथ शिंदे शिवसेना के विधायकों के साथ हवा हो गए हैं । उनसे संपर्क साधना भी अब टेढ़ी खीर बन गया है । शिंदे इस समय विधायकों संग गुवाहाटी में ठहरे हैं । उन्हें लगातार और विधायकों का समर्थन भी मिल रहा है । कहना गलत नहीं होगा कि शिंदे ने उद्धव सरकार की चूलें हिला दी हैं । शिंदे का ये कद यूं ही नहीं बना है, शिवेसना के सच्चे सिपाही कहलाने वाले शिंदे कभी ऑटो चालक थे आज करोड़ों की संपत्ति भी रखते हैं ।
ऑटो चलाते थे शिंदे
एकनाथ शिंदे मूल रूप से सतारा जिले से हैं, 70 के दशक में पूरा परिवार मुंबई से सटे ठाणे आ गया । तब शिंदे की उम्र मात्र 10 साल थी । 80 के दशक में शिवसेना के साथ जुड़ने से पहले शिंदे ऑटो रिक्शा चलाया करते थे । घर चलाने के लिए वो शराब कारखाने में भी नौकरी कर चुके हैं। राजनीति में दिलचस्पी होने के कारण शिंदे तत्कालीन ठाणे जिला सेना अध्यक्ष आनंद दीघे से करीब आते गए, बाद में शिवसेना का अहम हिस्सा बन गए ।
2004 में पहली बार बने विधायक
आनंद दीघे ने एकनाथ शिंदे की सक्रियता और समर्पण को देखते हुए उन्हें ठाणे नगर पालिका में सदन का नेता बना दिया। साल 2004 में, वह कोपरी-पछपाखडी सीट जीतकर पहली बार विधायक बने और फिर लगातार चार बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। शिंदे की गिनती हमेशा शिवसेना के सच्चे सिपाही के तौर पर होती रही है। वो एक आंदोलनकारी, जुझारू शैली के और शिवसेना के प्रति गहरी वफादार व्यक्तियों में से एक थे। बाल ठाकरे के निधन के बाद और उद्धव ठाकरे के हाथ में पार्टी की कमान आ जाने के बाद एकनाथ शिंदे और मजबूत हो गए।
मुख्यमंत्री की रेस में था नाम
शिवसेना से बाहर शिंदे तब राजनीतिक रूप से प्रखर हुए जब भाजपा से अलग होने के बाद उद्धव ठाकरे ने उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया। साल 2019 में भाजपा को झटका देकर शिवसेना ने जब कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई तो शिंदे के नाखुश होने की खूब चर्चा थी। वर्तमान में एकनाथ शिंदे कैबिनेट मंत्री हैं और उनकी गिनती उद्धव के करीबियों में होती है। 2019 में एक समय ऐसा भी था जब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे माने जा रहे थे । लेकिन शिवसेना की परम्परा को तोड़ते हुए ठाकरे परिवार से पहली बार उद्धव ठाकरे सत्ता की गद्दी पर सवार हो गए, और आदित्य ठाकरे को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया।
करोड़ों के मालिक
2019 चुनाव के वक्त चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक उन पर 18 मुकदमे दर्ज हैं। हालांकि वो किसी भी केस में अभी दोषी नहीं पाए गये हैं। एकनाथ शिंदे के पास लगभग दो करोड़ की चल संपत्ति और 9 करोड़ की अचल संपत्ति है। उनके पास एक रिवॉल्वर और एक पिस्टल भी है। एकनाथ शिंदे 11वीं तक पढ़े हैं । उनके परिवार की बात करें तो उनका बेटा श्रीकान्त शिंदे आर्थोपैडिक डॉक्टर हैं। इतना ही नहीं, श्रीकांत लोकसभा चुनाव में भी जीत दर्ज कर चुके हैं।