राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मायावती का बड़ा फैसला, NDA उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को लेकर बड़ा ऐलान
बहुजन समाज पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है । मायावती ने कहा कि उन्होंने ये फैसला पार्टी और मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए लिया है।
New Delhi, Jun 25: राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है । द्रोपदी देश की पहली ऐसी आदिवासी महिला हैं जो राज्यपाल रह चुकी हैं और अब देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने के लिए दावेदार हैं । बीजेपी के इस आदिवासी कार्ड ने विपक्षी दलों को भी राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के मुद्दे पर पशोपेश में डाल दिया है । ओडिशा से आने वाली आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू की दावेदारी ने विपक्षी खेमे में भी सेंध लगा दी है ।
मायावती का ऐलान
विपक्ष में सेंध की बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि बसपा प्रमुख मायावती ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है । यूपी की राजधानी लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती ने ऐलान किया कि हमने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का फैसला किया है । मायावती ने एनडीए कैंडिडेट के समर्थन को लेकर उठने वाले सवालों के जवाब भी दिए हैं । मायावती ने कहा कि हमने ये फैसला ना तो बीजेपी या एनडीए के पक्ष में, ना ही विपक्ष के विरोध में लिया है । मायावती के मुताबिक ये फैसला अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए ही लिया है।
आदिवासी समुदाय से हैं मुर्मू, मायावती कैसे ना दें साथ
बहुजन समाज पार्टी, दलित समाज की आवाज उठाने वाली पार्टी रही है, ऐसे ही आंदोलन से इसका जन्म हुआ है । पार्टी का वोट बैंक भी ज्यादातर दलित ही हैं । वहीं एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं, ऐसे में बसपा इसी दुविधा में फंसी थी कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें कि विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का । बहरहाल अब बसपा प्रमुख मायावती ने ये ऐलान कर ही दिया है कि हमने अपनी पार्टी और मूवमेंट का ध्यान रखते हुए द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का फैसला किया है ।
विपक्षी खेमे में सेंध
राजनीतिक जानकारों के अनुसार मायावती के ऐलान को एनडीए उम्मीदवार की ओर से विपक्षी खेमे में सेंध लगाने की शुरुआत माना जा सकता है । समर्थन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा की भी बैठक होनी है । ऐसी चर्चा है कि झामुमो भी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर सकती है । झामुमो का बेस वोट भी आदिवासी समुदाय है । वहीं ओडिशा की सत्ताधारी बीजू जनता दल ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया था । आपको बता दें द्रौपदी मुर्मू ने एक दिन पहले ही यानी 24 जून को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था । मुर्मू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी बात कर समर्थन मांगा था । राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होना है, वहीं 21 जुलाई को मतगणना होगी ।