इस्तीफा देने से पहले भावुक हुए उद्धव ठाकरे, शिव सैनिकों से की ये अपील

एकनाथ शिंदे गुट की बगावत का सामना कर रहे उद्धव ठाकरे को मुख्‍यमंत्री पद छोड़ने का कोई मलाल नहीं है, लेकिन इस्‍तीफा देने से पहले भावुक जरूर हुए । क्‍या कहा, आगे पढ़ें ।

New Delhi, Jun 30: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव हो गया है । मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया है । अपनों की ही बगावत का सामना कर रहे उद्धव के लिए ये पल भावुक रहा है । बुधवार को कहा कि उनकी रुचि ‘संख्याबल के खेल’ में नहीं है और इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं ।  उन्होंने कहा, ‘‘मैं विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं।’’ ठाकरे ने इसके साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील भी की कि वे सड़क पर प्रदर्शन करने नहीं उतरें ।

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उद्धव बोले- पद छोड़ने का अफसोस नहीं
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अधिकतर विधायकों की बगावत का सामना कर रहे ठाकरे ने कहा कि उन्हें अपना पद छोड़ने पर कोई असफोस नहीं है । शिवसेना अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बागी विधायकों को लौटने दें और उनके खिलाफ प्रदर्शन नहीं करें । इससे पहले करीब एक हफ्ते से गुवाहाटी में डेरा डाले बागी विधायक बुधवार शाम को वहां से विशेष विमान में रवाना हुए और गोवा पहुंचे ।

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उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, ‘‘शिवसेना और बाला साहेब ठाकरे की वजह से राजनीतिक रूप से बढ़े बागियों को उनके बेटे के मुख्यमंत्री पद से हटने पर खुश और संतुष्ट होने दें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं संख्याबल के खेल में शामिल नहीं होना चाहता हूं। मैं शर्मिंदा महसूस करूंगा अगर मैं देखूंगा कि पार्टी का एक भी सहयोगी मेरे खिलाफ खड़ा है।’’ उन्होंने कहा कि मुंबई में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और शिवसैनिकों को हिरासत में लिया गया है । उद्धव ठाकरे ने एममवीए सरकार चलाने के दौरान सहयोग के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को भी धन्यवाद दिया । ठाकरे ने बागियों का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मुझसे कहा कि अगर बागी चाहते हैं तो कांग्रेस सरकार से हटने और बाहर से समर्थन करने को तैयार है। जिनसे खाई में धकेलने की उम्मीद थी वे ही साथ खड़े हुए जबकि मेरे अपने मेरा साथ छोड़कर चले गए।’’

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शिवसेना प्रमुख ने आगे कहा, ‘‘आपकी समस्या क्या थी? सूरत और गुवाहाटी जाने के बजाय आप सीधे मेरे पास आ सकते थे और अपनी राय रख सकते थे । उन्होंने कहा, ‘‘शिवसेना आम लोगों की पार्टी है और उसने कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है।’’ ठाकरे ने कहा कि वह पार्टी का पुनर्निर्माण करेंगे । उन्होंने कहा, ‘‘मैं शिवसैनिकों का साथ खड़ा रहने के लिए धन्यवाद व्यक्त करता हूं । जो शिवसेना की वजह से राजनीतिक रूप से बढ़े वे असंतुष्ट हैं जबकि जिन्हें कुछ नहीं मिला वे निष्ठावान हैं।’’ बहरहाल उद्धव के इस्‍तीफे के बाद अब राज्‍य में बीजेपी की सरकार बनने की पूरी संभावनाएं हैं । राज्‍य को एक बार फिर फडणवीस मुख्‍यमंत्री के रूप में मिल सकते हैं ।