एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने एक तीर से किए कई शिकार, जानें क्या-क्या मिला?
एकनाथ शिंदे को सीएम बनाकर और अपने नेता का डिमोशन कराकर बीजेपी को क्या मिला । ये सवाल ऐसा है जिसके कई जवाब हैं । ऐसा कर बीजेपी को एक नहीं कई फायदे होते दिख रहे हैं ।
New Delhi, Jul 01: महाराष्ट्र में अब शिंदे सरकार है । एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं और बीजेपी से देवन्द्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है । जल्द ही बहुमत परीक्षण होगा और कैबिनेट के बाकी मंत्री भी बनाए जाएंगे । लेकिन देवेंद्र फडणवीस के नाम की चर्चा के बीच शिंदे के नाम के ऐलान ने सभी को हैरान जरूर किया । हालांकि सियासत के जानकारों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने एक तीर से दो नहीं बल्कि तीन शिकार किए हैं।
एक तीर से कई निशाने
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी ने ऐसा कर ‘सेना के एक मुख्यमंत्री’ को हटा दिया। वहीं दूसरी आगे इससे एक बड़ा संदेश यह गया कि भाजपा अपने सहयोगी दलों का भी ख्याल रखती है । साथ ही पार्टी इसकी मदद से आगामी बीएमसी चुनाव में बड़ा सियासी खेल कर सकती है। फिलहाल, सभी की नजरें बीएमसी चुनाव पर ही लगी हुई हैं, जहां 25 सालों से शिवसेना का एकछत्र राज है ।
उद्धव की बढ़ी मुसीबतें
एकनाथ शिंदे शिवसेना के कद्दावर नेताओं में से एक थे । बीते दिन भी उन्होंने बाला साहेब ठाकरे के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर राज्य की जनता को सच्चे शिवसैनिक होने का सबूत दिया । शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने उद्धव के सामने कई मुसीबतें खड़ी कर दी हैं, पहला तोयही कि अब वह अपने पिता बालासाहब ठाकरे के नाम पर हमदर्दी या सियासी फायदा नहीं ले सकेंगे। वहीं वो ये भी नहीं कह पाएंगे कि बीजेपी ने सतता के लालच में उनकी सरकार गिरा दी । बीजेपी के एक नेता ने कहा, ‘यह उद्धव को हटाने का एकमात्र तरीका था। भाजपा के लिए एक बदले के साथ-साथ भविष्य के लिए सुरक्षा उपाय भी है। अब शिंदे शिवसेना में बाल ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। वह भाजपा के लिए भी वफादार रहेंगे, क्योंकि उन्हें आगे राजनीतिक और कानूनी जंग में हमारा समर्थन चाहिए।’