एकनाथ के झटके से उबरे नहीं थे उद्धव, अब राज ठाकरे दे रहे टेंशन, चौतरफा घिरे शिवसेना प्रमुख
राज ठाकरे के पैर की सर्जरी पिछले दिनों हुई थी, तब से वो आराम कर रहे थे, लंबे अरसे बाद वो फिर से एक्टिव दिख रहे हैं, जिसे देवेन्द्र फडण्वीस से उनकी मुलाकात से भी जोड़ा जा रहा है।
New Delhi, Jul 20 : शिवसेना प्रमुख तथा पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की सियासी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है, एक तरफ एकनाथ शिंदे ने बगावत करके उन्हें सरकार से बेदखल कर दिया, तथा खुद बीजेपी के समर्थन से सीएम बन गये, तो वहीं अब उनके चचेरे भाई राज ठाकरे भी टेंशन बढा रहे हैं, लंबे अरसे से शांत बैठे राज ठाकरे ने अचानक गतिविधियां बढा दी है, बीएमसी चुनाव में उनकी पार्टी मनसे एक बड़े प्लेयर के रुप में दिख सकती है, एक तरफ मजबूत भाजपा, दूसरी ओर एकनाथ शिंदे की बगावत तथा तीसरी ओर राज ठाकरे की सक्रियता ने उद्धव को चौतरफा घेर लिया है।
आराम कर रहे थे
राज ठाकरे के पैर की सर्जरी पिछले दिनों हुई थी, तब से वो आराम कर रहे थे, लंबे अरसे बाद वो फिर से एक्टिव दिख रहे हैं, जिसे देवेन्द्र फडण्वीस से उनकी मुलाकात से भी जोड़ा जा रहा है, बीते सप्ताह देवेन्द्र फडण्वीस राज ठाकरे के घर शिवतीर्थ पहुंचे थे, उनसे मुलाकात की थी, इसके बाद से ही वो एक्टिव हैं, ऐसे में कहा जा रहा है कि फडण्वीस से उनकी बीएमसी चुनाव को लेकर बातचीत हुई थी, राज अब मुंबई में मनसे पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं की विधानसभा क्षेत्रवार मीटिंग करने जा रहे हैं, बताया जा रहा है कि ये मुंबई नगर निगम के आगामी चुनाव की तैयारी है, इसलिये इन बैठकों में संबंधित क्षेत्रों के पार्षद पद के इच्छुक उम्मीदवार भी शामिल होंगे।
बीएमसी चुनाव पर राज ठाकरे की नजर
समझा जा रहा है कि इस मीटिंग में राज ठाकरे मुंबई नगर निगम चुनाव की रणनीति तय करेंगे, एकनाथ शिंदे की बगावत ने शिवसेना को पहले से कमजोर किया है, ये स्थिति मनसे के लिये राजनीतिक तौर पर सुनहरा मौका हो सकती है, विधायकों, सांसदों, पार्षदों और पदाधिकारियों के बंटवारे से आगामी नगर निकाय चुनावा में शिवसेना की ताकत कमजोर हुई है, ऐसे में बड़े मुकाम की तलाश में जुटी मनसे नगर निगम चुनाव में कुछ हासिल कर सकती है, यही वजह है कि राज ठाकरे की मीटिंगों पर सियासी दलों की नजरें हैं।
फडण्वीस से 2 घंटे मुलाकात
पिछले हफ्ते देवेन्द्र फडण्वीस शिवतीर्थ गये थे, और राज ठाकरे से मिले थे, इस बार दोनों नेताओं के बीच 2 घंटे तक चर्चा हुई, इसके दो दिन बाद ही राज ठाकरे एक्टिव हो गये, ऐसे में संभावना है कि आगामी नगर निकाय चुनाव को लेकर फडण्वीस और राज ठाकरे के बीच कुछ चर्चा हुई हो, बता दें कि राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे को महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनाये जाने के भी कयास लग रहे हैं।