सत्ता, पार्टी के बाद अब उद्धव ठाकरे के लिये नई चुनौती, बाला साहेब की बहू ने शिंदे से की मुलाकात

स्मिता ठाकरे ने कहा कि ये शिष्टाचार भेंट थी, दक्षिण मुंबई में सरकारी अतिथि गृह सहयाद्री में शिंदे से मुलाकात के बाद उन्होने मीडिया से कहा कि एकनाथ शिंदे पुराने शिवसैनिक हैं, जो अब मुख्यमंत्री बन गये हैं।

New Delhi, Jul 27 : सत्ता तथा पार्टी के बाद अब उद्धव ठाकरे के घर में भी मुश्किलें खड़ी होती दिख रही है, रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे बहू स्मिता ठाकरे ने सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की है, हालांकि उन्होने इस मुलाकात को शिष्टाचार वाला बताया है, उन्होने कहा कि शिंदे पुराने शिवसैनिक हैं, खास बात ये है कि शिंदे से मुलाकात करने वाली स्मिता ठाकरे परिवार की पहली सदस्य है।

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बधाई देने आई थी
स्मिता ठाकरे ने कहा कि ये शिष्टाचार भेंट थी, दक्षिण मुंबई में सरकारी अतिथि गृह सहयाद्री में शिंदे से मुलाकात के बाद उन्होने मीडिया से कहा कि एकनाथ शिंदे पुराने शिवसैनिक हैं, जो अब मुख्यमंत्री बन गये हैं। मैं यहां उन्हें बधाई देने आई हूं, मैं उन्हें और उनके काम को पिछले कई सालों से जानती हूं, हम एक-दूसरे को लंबे समय से जानते हैं, इसलिये आज मैं उनसे मिली।

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शिवसेना में बगावत पर क्या बोली
शिवसेना में बगावत के बारे में पूछे जाने पर स्मिता ने कहा कि वो इस बारे में कुछ नहीं जानती हैं, क्योंकि वो एक सामाजिक कार्यकर्ता है, राजनीति में नहीं है, इसलिये इस बारे में कुछ नहीं बोलेगी, आपको बता दें कि स्मिता 1998-99 के दौरान शिवसेना में एक शक्तिशाली शख्सियत थी, स्मिता बाल ठाकरे के बेटे जयदेव ठाकरे की पत्नी हैं।

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अर्जुन खोतकर भी छोड़ेंगे उद्धव का साथ
केन्द्रीय मंत्री रावसाहब पाटिल दानवे ने दावा किया कि जालना जिले से शिवसेना के वरिष्ठ नेता अर्जुन खोतकर जल्द ही शिंदे के समूह में शामिल होंगे, खास बात ये है कि सोमवार को खोतकर ने सीएम शिंदे से मुलाकात की थी, uddhav thackeray (1) जिसमें दानवे भी शामिल थे, इसकी तस्वीरें भी आई थी। हालांकि खोतकर ने उद्धव ठाकरे के साथ बने रहने की बात कही थी, मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान खोतकर ने कहा कल सीएम से मिला था, उन्होने मुझे चाय-नाश्ते पर बुलाया था, हम वहां गये, बस इतना ही… अगर इससे अटकलें लगाई जाती हैं, तो लगती रहें, मैं अभी भी शिवसेना में हूं, हम 40 सालों से दोस्त पर हैं, बुलाने पर अगर चाय के लिये नहीं जाऊंगा, तो ये सही नहीं होगा।