सावन में क्यों पहनते हैं हरा, महिलाओं के लिए क्यों होता है ये रंग ख़ास?
सावन का पावन महीना सुहाग का प्रतीक है, हरे रंग का इस महीने में विशेष महत्व है । जानें क्यों महिलाओं के लिए ये रंग इस महीने में विशेष बताया गया है ।
New Delhi, Aug 02: हरा और लाल रंग सुहाग का प्रतीक माना जाता है । सावन माह में हर ओर हरियाली नजर आती है । इस माह तक मॉनसून आ चुका होता है और चारों ओर हरा ही हरा नजर आता है । एक कहावत भी तो है, सावन के अंधे को हर तरफ हरा ही हरा दिखाई देता है । बहरहाल इस महीने में हरे रंग को पहनना शुळभ माना जाता है । यह रंग पहनकर हम प्रकृति के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं ।
हरे रंग की चूड़ी- कपड़े
यह रंग हमारे भाग्य को प्रभावित करता है । विशेष तौर पर महिलाओं को इस समय में हरी हरी चूड़ियां पहने देखा जा सकता है । हाथों में मेहंदी लगाकर , सुहाग का साज श्रृंगार कर स्त्रियां भोलेनाथ जैसे पति की कामना करती हैं । देवों में देव महादेव का अपनी पत्नी सती और पार्वती के लिए प्रेम जगजाहिर है । ऐसे में स्त्रियां और कुंवारी कन्याएं भोलेनाथ का व्रत रखकर उनसे उन्हीं के समान जीवनसाथी की कामना करती हैं ।
प्रकृति को आभार
पुराणों में कहा गया है, हम प्रकृति की पूजा जिन भी रूपों में करते हैं उन सभी में प्रकृति के रंगो का विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है । तुलसी, पीपल, केले आदि के पेड़ हिंदू धर्म में पूजनीय माने गए हैं, इनका रंग हरा होता हे । इसी प्रकार सूर्य, चंद्र की भी पूजा की जाती है । इन सभी की प्रार्थना कर हम इनका आभार जताते हैं । मान्यता है कि इस महीने में जो भी हरा रंग धारण करता है उससे प्रकृति का आशीर्वाद मिलता है।
करियर के लिए भी शुभ
किसी भी व्यक्ति के करियर और व्यापार का संबंध बुध ग्रह की स्थिति से जुड़ा होता है । बुध को नवग्रहों का राजकुमार भी कहा गया है । बुध को हरा रंग अतिप्रिय है । इस रंग को धारण करने से करियर में सफलता प्राप्त होती है । इसी प्रकार भगवान शिव के लिए कहा जाता है कि उन्हें प्रकृति के बीच ध्यान लगाना पसंद था । हरा रंग पहनने से महादेव भी प्रसन्न होते हैं । इसलिए उनके प्रिय महीने में हरा रंग पहनकर उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है ।