11 या 12 अगस्त आखिर किस दिन मनाया जाएगा रक्षा बंधन? दोनों दिन के शुभ मुहूर्त जानिए
भाई बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार है रक्षाबंधन । इस बार तारीख को लेकर थोड़ा असमंजस बना हुआ है । आगे पढ़ें पूरी जानकारी ।
New Delhi, Aug 10: रक्षा बंधन का त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है । यह दिन हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को आता है । इस वर्ष पूर्णिमा तिथि दो दिन यानी 11 व 12 अगस्त को पड़ रही है, इस वजह से त्यौहार की तारीख को लेकर असमंजस है । दो दिन पूर्णिमा तिथि होने के कारण ये समझना मुश्किल है कि आखिर किस दिन राखी का त्योहार मनाना शुभ रहेगा ।
11 या 12 अगस्त, जसनें कब है रक्षा बंधन
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास की पूर्णिमा तिथि इस वर्ष 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो कि 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 5 मिनट तक रहेगी। ऐसे में वो लोग जो दुविधा में हैं कि रक्षा बंधन का पर्व 11 अगस्त को मनाया जाएगा या फिर 12 अगस्त तो वो जान लें आप बताए गए समय काल में राखी मना सकते हैं । ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 11 अगस्त को भद्रा काल की साया होने के कारण कुछ लोग रक्षा बंधन का पर्व 12 अगस्त को मनाएंगे।
शुभ मुहूर्त
11 अगस्त को भद्राकाल सुबह से रात 08 बजकर 51 मिनट तक बताया जा रहा है । हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद किसी भी शुभ कार्य की मनाही होती है, इसलिए बहनें भाई को न ही भद्राकाल में राखी बांध सकती हैं और न ही रात में । इसी वजह से कुछ पंडित 12 अगस्त को ही रक्षा बंधन मनाने की बात कह रहे हैं । अगर आप रक्षा बंधन 12 अगस्त को मना रहे हैं तो सुबह 07 बजकर 05 मिनट से पहले ही राखी भाई की कलाई पर बांध दें।
प्रदोष काल
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार प्रदोष काल में रक्षा बंधन मनाना शुभ माना जाता है । प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद करीब ढाई घंटे का समय शुभ बताया गया है । दिवाली के समय पर इसी काल में लक्ष्मी पूजन किया जाता है। वहीं होलिका व रावण दहन भी प्रदोष काल में किए जाने का विधान है।
राखी बांधते हुए ध्यान रहे
राखी बंधवाते समय भाई का मुख पूरब दिशा में और बहन का पश्चिम दिशा में होना चाहिए। राखी बांधने से पहले सबसे पहले बहनें अपने भाई को रोली, अक्षत का टीका लगाएं। घी के दीपक से आरती उतारें, इसके बाद मिठाई खिलाकर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें।