नीतीश कैबिनेट विस्तार- जदयू से 11 तो लालू की पार्टी से 16 मंत्री, कांग्रेस अनदेखी से नाराज
राजद के पास सबसे ज्यादा विधायक होने की वजह से उनके कोटे से 16 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जबकि जदयू की ओर से 11 मंत्री शपथ लेंगे, कांग्रेस के दो विधायक मंत्री बनाये जा सकते हैं।
New Delhi, Aug 16 : बिहार में महागठबंधन की सरकार है, बीते 9 अगस्त को बीजेपी के साथ जदयू ने नाता तोड़ लिया, फिर नीतीश राजद और कांग्रेस के साथ चले गये, नीतीश ने 10 अगस्त को 8वीं बार सीएम के रुप में शपथ ली, तेजस्वी दूसरी बार डिप्टी सीएम बनें, वहीं आज बिहार में कैबिनेट विस्तार होगा, माना जा रहा है कि 31 नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
राजद कोटे से 16 मंत्री
सूत्रों का दावा है कि राजद के पास सबसे ज्यादा विधायक होने की वजह से उनके कोटे से 16 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जबकि जदयू की ओर से 11 मंत्री शपथ लेंगे, कांग्रेस के दो विधायक मंत्री बनाये जा सकते हैं, वहीं जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से एक और एक निर्दलीय विधायक भी मंत्री बनाये जा सकते हैं।
जदयू कोटे से 11 मंत्री
जदयू की ओर से विजय चौधरी, विजेन्द्र यादव, अशोक चौधरी, शीला मंडल, श्रवण कुमार, संजय झा, लेसी सिंह, जमा खान, जयंत राज, मदन सहनी और सुनील कुमार मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, जबकि कांग्रेस की ओर से चेनारी विधायक मुरारी गौतम तथा कसबा विधायक अफाक आलम मंत्री बन सकते हैं, वहीं जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी तथा निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
राजद से कौन-कौन
लालू की पार्टी से तेज प्रताप यादव, आलोक मेहता, अनीता देवी, सुरेन्द्र यादव, चंद्रशेखर, ललित यादव, भाई वीरेन्द्र, रामानंद यादव, सुधाकर सिंह, सरबजीत कुमार, सुरेन्द्र राम, अख्तरुल इस्लाम, शाहनवाज आलम, भारत भूषण मंडल, समीर महासेठ तथा सौरभ कुमार मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालांकि राजद कोटे से कैबिनेट में यादवों की प्रमुख उपस्थिति होने की संभावना है, जबकि पार्टी गैर-यादव अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) नेताओं तथा दलितों को कैबिनेट में शामिल करने की कोशिश कर रही है, ताकि सामाजिक समरसता का संदेश दिया जा सके।
कांग्रेस में असंतोष
वहीं बिहार कांग्रेस के नेताओं ने कम मंत्री पद मिलने की वजह से विरोध किया है, पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा तथा प्रभारी भक्त चरण दास का विरोध किया, पार्टी नेता कम से कम 5 मंत्री पद की मांग कर रहे हैं।