
चर्चित गैंगस्टर विकास दूबे की संपत्ति जब्त करने में पुलिस ने कर दिया खेल, पूरा मामला

कुछ समय पहले ही चौबेपुर पुलिस ने विकास दूबे के घर से उसकी स्कॉर्पियो जब्त की थी, लेकिन इस कार के मूल्यांकन में ही पुलिस ने खेल कर दिया।
New Delhi, Aug 24 : यूपी पुलिस के संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई के दौरान एक अलग ही मामला सामने आया है, यहां पुलिस ने संपत्ति के दाम के आंकड़ों में ही खेल कर दिया है, दरअसल यूपी के बहुचर्चित कानपुर बिकरु कांड के मुख्य आरोपित विकास दूबे की 50 करोड़ रुपये की संपत्ति के जब्तीकरण की कार्रवाई चल रही है, इस दौरान उसकी तमाम गाड़ियां, खेत आदि अवैध संपत्ति को जब्त किया जा रहा है।
स्कॉर्पियो जब्त
कुछ समय पहले ही चौबेपुर पुलिस ने विकास दूबे के घर से उसकी स्कॉर्पियो जब्त की थी, लेकिन इस कार के मूल्यांकन में ही पुलिस ने खेल कर दिया, बताया गया कि जब्त की गई स्कॉर्पियो की कीमत करीब 18 लाख रुपये है, जबकि पुलिस ने इसकी कीमत सिर्फ 65 हजार रुपये आंकी, मामला एसपी तक पहुंचा, तो उन्होने तुरंत जांच के आदेश दे दिये।
गैंगस्टर एक्ट
स्कॉर्पियो की कीमत सिर्फ 65 हजार आंकने का मामला जब एसपी के संज्ञान में पहुंचा, तो उन्होने जांच के आदेश दे दिये, एसपी आउटर ने चौबेपुर पुलिस के खिलाफ जांच शुरु कर दी, वहीं पूरे मामले में आरटीओ कार्यालय के कर्मचारी भी जांच की जद में हैं, बीते 30 जून को चौबेपुर थाना क्षेत्र के सहज्योरा गांव में संजीव वाजपेई के खाली प्लाट से विकास दूबे के नाम पर पंजीकृत स्कॉर्पियो, यूपी-78 डीडी 2220 बरामद हुई थी, गाड़ी को गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में शामिल करना था।
परिवहन विभाग भी संदेह के दायरे में
पुलिस ने संभागीय परिवहन विभाग से उसका मूल्यांकन कराया, तो 18 लाख की गाड़ी की कीमत सिर्फ 65 हजार रुपये आंकी गई, जब कार्रवाई के लिये फाइल एसपी आउटर के पास पहुंची, तो 9 साल पुरानी गाड़ी की कीमत सिर्फ 65 हजार रुपये देखकर वो चौंक गये, इस पर एसपी आउटर ने थाना प्रभारी चौबेपुर कृष्ण मोहन राय के खिलाफ जांच शुरु करा दी है। एसपी आउटर तेज स्वरुप सिंह ने मामले की जांच एडिशनल एसपी आदित्य कुमार शुक्ला को सौंपी है, पूरे मामले में एसपी ने कहा कि चौबेपुर पुलिस के साथ संभागीय परिवहन विभाग के कर्मी भी जांच के घेरे में है, एडिशनल एसपी की रिपोर्ट के आधार पर जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ा एक्शन होगा।