नवरात्रि के समय जरुर करें ये छोटा सा काम, मां अम्बे होगी मेहरबान

ज्योतिष शास्त्र में मंत्रों का खास महत्व बताया गया है, मान्यता है कि पूजा के बाद मंत्र जाप करने से ही पूजा पूर्ण होती है, भगवान जल्द खुश होते हैं।

New Delhi, Sep 29 : 26 सितंबर से नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है, इसका समापन 5 अक्टूबर विजय दशमी के दिन होगा, इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरुपों की पूजा की जाती है, ऐसी मान्यता है कि ये 9 दिन मां दुर्गा भक्तों के बीच धरती पर आती है, उनकी भक्ति से खुश होकर उन्हें मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देती हैं, ऐसे में हर कोई मां को प्रसन्न करने के लिये कई तरह के उपाय करता है, मां की विधि-विधान से पूजा करते हैं।

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मंत्रों का खास महत्व
ज्योतिष शास्त्र में मंत्रों का खास महत्व बताया गया है, मान्यता है कि पूजा के बाद मंत्र जाप करने से ही पूजा पूर्ण होती है, भगवान जल्द खुश होते हैं, दुर्गा सप्तशती में भी मां शक्ति के कई प्रभावशाली मंत्रों के बारे में बताया गया है, Navratri1 इसका नियमपूर्वक जाप करने से व्यक्ति को जीवन में आरोग्य, धन, सौभाग्य, सुख-समृद्धि आदि की प्राप्ति होती है, साथ ही मां का आशीर्वाद मिलता है।

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नवरात्रि में मंत्रों का जाप
जीवन में सुख-समृद्धि के लिये
सर्वमंगलमांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोस्तु ते।। navratri
दरिद्रता दूर भगाने के लिये
दुर्गे स्मृता हरसि भीमितसेषजन्तो।
सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।

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साध्य रोगों के नाश और आरोग्य प्राप्ति के लिये
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा
रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान
त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां
त्वामाश्रिता ह्याश्र्यतां प्रयान्ति।।
संकटों तथा कष्टों के नाश के लिये
करोतु सा नः शुभहेतुरीश्वरी
शुभानि भद्राण्यभिहन्तु चापदः।