महिला ने पहले पति की ली जान, फिर 10 टुकड़े कर लगाया ठिकाने, एक गलती से खुल गया भेद

पुलिस के अनुसार अंजन दास शादीशुदा था, लेकिन उसने ये बात पूनम से छुपाई थी, उसे ये पता नहीं था कि दास का परिवार बिहार में है, वो शादीशुदा है, पहली पत्नी से उसकी 7 बेटियां और 1 बेटा है।

New Delhi, Nov 29 : पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर इलाके से एक महिला और उसके बेटे को पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, इन्होने शव के 10 टुकड़े कर फ्रीज में रखे थे, फिर उन्हें कल्याणपुरी के रामलीला मैदान की झाड़ियों और न्यू अशोकनगर के पास नाले में ठिकाने लगाया था, आरोपियों ने खोपड़ी दफन कर दी, करीब 6 महीने पहले हुई इस वारदात में क्राइम ब्रांच ने मां-बेटे को गिरफ्तार किया है, पुलिस ने मृतक अंजन दास का मोबाइल फोन, खून से सटे आरोपियों के कपड़े बरामद किये हैं, गिरफ्तार पत्नी पूनम ने पुलिस को बताया कि दास के अवैध संबंध की वजह से उसकी हत्या हुई।

Advertisement

क्राइम ब्रांच का पीसी
क्राइम ब्रांच के ज्वाइंट कमिश्नर रविन्द्र सिंह यादव ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि त्रिलोकपुरी में रहने वाले अंजन दास (45 साल) की पत्नी पूनम (48 साल) तथा सौतेले बेटे दीपक (25 साल) ने 30 मई को उसकी हत्या कर दी, police delhi फिर शव के 10 टुकड़े किये, उन्हें फ्रीज में रखा, एक-एक कर टुकड़ों को ठिकाने लगाते रहे, 5 जून को पुलिस ने संदिग्ध हालत में शव के टुकड़े पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी के रामलीला मैदान में एक बैग से मिला, अगले कुछ दिनों में उसके पैर, जांघ और एक हाथ भी मिला।

Advertisement

अवैध संबंध
पुलिस के अनुसार अंजन दास शादीशुदा था, लेकिन उसने ये बात पूनम से छुपाई थी, उसे ये पता नहीं था कि दास का परिवार बिहार में है, वो शादीशुदा है, पहली पत्नी से उसकी 7 बेटियां और 1 बेटा है, वो लिफ्ट ऑपरेटर का काम करता था, dead body दास ने पहले पूनम के गहने बेच दिये, फिर उससे मिला पैसा बिहार में अपने परिवार को भेज दिया, आरोपित को ये भी शक था कि अंजन दास अपनी सौतेली बेटी और बहू पर बुरी नजर रखता है। आरोपियों ने दास को नशे की दवा पिलाई, बेहोश हो जाने के बाद उसकी हत्या के लिये चाकू और खंजर का इस्तेमाल किया, फिर गला काट दिया, शव के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद खून पूरी तरह से बह जाने का इंतजार किया। फिर लाश को ठिकाने लगाने का काम शुरु किया।

Advertisement

क्राइम ब्रांच को सौंपी गई जांच
पुलिस के अनुसार जून में संदिग्ध हालत में शरीर के टुकड़े मिलने के बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले को सुलझाने की कोशिश की, इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये, घर-घर जाकर पूछताछ की गई, सीसीटीवी के कई सबूत मिले, बाद में दास की गुमशुदगी के बारे में पता चला, शव की शिनाख्त दास के तौर पर हुई, फिर दास के परिवाऱ पर इसलिये शक हुआ, क्योंकि उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई, जब आरोपियों को सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया, तो उन्होने हत्या का जुर्म कबूल लिया।