NDTV से दूर हुए राधिका और प्रणय रॉय, अडानी को बेचेंगे अपना शेयर, इस वजह से लिया फैसला
संस्थापकों ने एक बयान में कहा कि एएमजी मीडिया नेटवर्क हालिया ओपन ऑफर के बाद अब एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयर होल्डर है, नतीजा आपसी समझौते से उन्होने एनडीटीवी में अपने अधिकांश शेयरों को एएमजी मीडिया नेटवर्क को बेचने का फैसला लिया है।
New Delhi, Dec 24 : एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने 23 दिसंबर को कहा कि उन्होने कंपनी में अपने अधिकांश शेयर अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी को ट्रांसफर करने का फैसला लिया है, जिससे उनके समूह को करीब 65 फीसदी समाचार नेटवर्क पर नियंत्रण मिल गया है, राधिका और प्रणय एनडीटीवी में 27.26 फीसदी हिस्सेदारी अडानी को बेचेंगे, वहीं एनडीटीवी के 64.71 फीसदी से ज्यादा का नियंत्रण समूह को दे देंगे।
संयुक्त हिस्सेदारी
आपको बता दें कि ओपन ऑफर तथा संस्थापकों के स्वामित्व वाली कंपनी के पहले अधिग्रहण के बाद गौतम अडानी के पास पहले से ही एनडीटीवी में 37 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी थी, राधिका और प्रणय एनडीटीवी में संयुक्त रुप से 5 फीसदी हिस्सेदारी बनाये रखेंगे।
ओपन ऑफर
संस्थापकों ने एक बयान में कहा कि एएमजी मीडिया नेटवर्क हालिया ओपन ऑफर के बाद अब एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयर होल्डर है, नतीजा आपसी समझौते से उन्होने एनडीटीवी में अपने अधिकांश शेयरों को एएमजी मीडिया नेटवर्क को बेचने का फैसला लिया है, ओपन ऑफर लांच होने के बाद से गौतम अडानी के साथ उनकी चर्चा सकारात्मक रही है, उन्होने कहा कि उनके दिये गये सभी सुझावों को उन्होने सकारात्मक तथा खुलेपन के साथ स्वीकार किया है।
इस वजह से लिया फैसला
प्रणय रॉय ने कहा कि हमने साल 1998 में एनडीटीवी की शुरुआत इस विश्वास के साथ की थी, भारत में पत्रकारिता विश्वस्तरीय है, लेकिन इसे बढने तथा चमकने के लिये अभी एक मजबूत तथा प्रभावी प्रसारण मंच की जरुरत है, 34 साल बाद हम मानते हैं कि एनडीटीवी ऐसी संस्था है, जिसने हमारी बहुत सारी उम्मीदों और आदर्शों को पूर किया है, हमें इस बात का गर्व है कि भारत तथा एशिया समेत दुनियाभर में एनडीटीवी को सबसे विश्वसनीय न्यूज चैनल के रुप में मान्यता प्राप्त है।