रामचरित मानस पर विवादित बयान देने वाले मंत्री पर दर्ज है 3 मामले, खुद कितने पढे-लिखे शिक्षा मंत्री?

इससे पहले जब शिक्षा मंत्री बनने के साथ ही चंद्रशेखर से मीडिया ने सवाल पूछा था कि सातवें चरण के शिक्षकों की बहाली कब होगी, तो उन्होने कहा था कि बिहार छोड़िये, पहली चौड़ी छाती वाले लोगों के रोजगार के वादे को जाकर पूछिये, फिर बात कीजिए।

New Delhi, Jan 12 : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसने बिहार की सियासत में हंगामा खड़ा कर दिया है, साथ ही अब देश भर के धर्माचार्यों के बीच भारी नाराजगी देखी जा रही है, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया है, हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब शिक्षा मंत्री ने कोई विवादित बयान दिया हो, इससे पहले भी चंद्रशेखर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं।

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विवादित बयान
आपको बता दें कि इससे पहले जब शिक्षा मंत्री बनने के साथ ही चंद्रशेखर से मीडिया ने सवाल पूछा था कि सातवें चरण के शिक्षकों की बहाली कब होगी, तो उन्होने कहा था कि बिहार छोड़िये, पहली चौड़ी छाती वाले लोगों के रोजगार के वादे को जाकर पूछिये, फिर बात कीजिए, वहीं एक बार बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर मॉडल की बात पर चंद्रशेखर ने कहा था कि केजरीवाल मॉडल की बहुत चर्चा है, केजरीवाल मॉडल को जाकर देखेंगे, बिहार में लागू करने की कोशिश करेंगे, हालांकि ये अलग बात है कि आज तक कभी वो केजरीवाल मॉडल देखने नहीं गये।

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3 मामले भी दर्ज
मधेपुरा से विधायक शिक्षा मंत्री के खिलाफ 3 मामले दर्ज हैं, चुनाव आयोग को दिये हलफनामे में शामिल जानकारी के अनुसार उनके खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है, 2015 में मधेपुरा विधानसभा के किशनपुरा पुलिस थाने में केस संख्या 23/2015 है, जिसमें धारा 145, 342, 427, और 353 दर्ज है, वहीं 2019 में दिल्ली एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट थाना में केस संख्या 68/2019 दर्ज है, जिसमें धारा 482 है, तीसरा मामला 2020 में पटना के सचिवालय थाना में दर्ज है, जिसका केस संख्या 64/2020 है, जिसमें धारा 188, 269 और 270 लगाई गई है, जो कोरोना सेक्शन 51 आपदा के तहत दर्ज है।

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कितने पढे लिखे हैं शिक्षा मंत्री
चंद्रशेखर का पूरा नाम चंद्रशेखर ही हैं, उन्होने पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है, जिसके बाद उन्होने नाम के आगे प्रोफेसर भी लिखना शुरु कर दिया, वो पेशे से लेक्चरर रहे हैं, 2020 में तीसरी बार चुनाव जीतकर आये हैं, 2022 में बिहार महागठबंधन सरकार में शिक्षा मंत्री बनाये गये, चंद्रशेखर ने मधेपुरा सीट से जगयू के निखिल मंडल को 15 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था, चंद्रशेखर ने मधेपुरा से 2010 में विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उनकी जीत हुई, 2015 में उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग का मंत्री बनाया गया, इस बार दूसरी बार मंत्री बने हैं।