बदल रहा है जम्मू-कश्मीर!, पूर्व आतंकवादी ने अपने घर पर फहराया तिरंगा

शेर खान नाम का ये आतंकी हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी संगठन का आतंकवादी था, साल 1998 से 2006 के बीच उसका नाम खूंखार आतंकी में लिया जाता था, उसने साल 2006 में आत्मसमर्पण कर दिया था।

New Delhi, Jan 26 : देशभर में गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है, वहीं इससे पहले बुधवार 25 जनवरी 2023 को गणतंत्र दिवस की पूर्व शाम पर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सेगड़ी भाटा गांव में एक पूर्व आतंकी ने अपने घर पर तिरंगा फहराया, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

Advertisement

20 की उम्र में बन गया था आतंकी
शेर खान नाम का ये आतंकी हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी संगठन का आतंकवादी था, साल 1998 से 2006 के बीच उसका नाम खूंखार आतंकी में लिया जाता था, उसने साल 2006 में आत्मसमर्पण कर दिया था, 2019 में रिहा होने से पहले 13 साल जेल में बिताये, शेर खान का कहना है कि मुझे पाकिस्तानी आतंकियों ने अगवा कर लिया था, जब मैं 20 साल का था, तभी अपने संगठन में शामिल कर लिया था, शेर खान ने कहा कि जल्द ही उसका आतंकवाद से मोहभंग हो गया, पहला मौका मिलते ही मैंने 6 अन्य लोगों के साथ 2006 में अवंतीपोरा कश्मीर में सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

Advertisement

घर पर लहराया तिरंगा
अपनी दूसरी पत्नी शाहीना और दो बेटियों सुमैया (19 साल) और खलीफा बानो (17 साल) के साथ रहने वाले शेर खान ने पहली बार अपने घर पर तिरंगा फहराया है, उसने बताया कि 3 साल पहले जेल से छूटने के बाद मैं गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिये मुगल मैदान जाया करता था, वो एक उग्रवादी के रुप में अपने दिनों पर पछतावा करते हुए कहा कि उसने ना सिर्फ उनका जीवन बर्बाद किया, बल्कि उनके परिवार को भी कष्ट दिया।

Advertisement

गुमराह किया गया था
उसने बताया कि शाहीना से तब शादी की थी, जब वो उग्रवादी था, शेर खान ने कहा कि उसके बेटे ने 8वीं के पास पढाई छोड़ दी, बेटी सुमैया क्लास 6 के बाद पढाई छोड़ दी, हालांकि उसकी सबसे छोटी बेटी खलीफा बानो 10वीं में पढ रही है, शेर खान ने कहा कि मुझे गलत रास्ते पर चलने के लिये गुमराह किया गया, जैसे ही मुझे एहसास हुआ, मैंने तुरंत सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, मुख्य धारा में शामिल हो गया।