डायबिटीज मरीजों के लिये दूध पीना सुरक्षित है, जानिये क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

कहा जाता है कि दूध में फैट होता है, जो ब्लड शुगर स्तर को बढा सकता है, लेकिन साथ ही इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी जैसे जरुरी पोषक तत्व भी होते हैं, जो बीमारी को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

New Delhi, Feb 27 : डायबिटीज से पीड़ित लोग अपनी डाइट में सही फूड को शामिल कर कई गंभीर जटिलताओं से बच सकते हैं, एक बैलेंस डाइट, फैट में कम तथा फाइबर में हाई हमेशा फायदेमंद होता है, क्योंकि ये ब्लड शुगर को अचानक बढने से रोकने में मदद करता है, विभिन्न तरह के साबुत अनाज वाले फूड, हरी पत्तेदार सब्जियां, लीन प्रोटीन, नट तथा बीज को डायबिटीज के अनुकूल डाइट का हिस्सा माना जाता है, हालांकि अकसर डायबिटीज के मरीज भ्रमित होते हैं, कि डेयरी प्रोडक्ट्स को डाइट में शामिल करें या नहीं।

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दूध में फैट
कहा जाता है कि दूध में फैट होता है, जो ब्लड शुगर स्तर को बढा सकता है, लेकिन साथ ही इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन डी जैसे जरुरी पोषक तत्व भी होते हैं, जो बीमारी को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं, विशेषज्ञों के मुताबिक डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिये दूध एक स्वस्थ्य आहार का हिस्सा हो सकता है, लेकिन सही प्रकार का चयन करना और इसे कम मात्रा में सेवन करना महत्वपूर्ण है।

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कौन सा दूध बेहतर
लो-फैट या स्किम दूध पूरे दूध की तुलना में बेहतर विकल्प है, क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट और कैलोरी कम होती है, पूरे दूध में ज्यादा फैट होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढा सकती है, वजन बढाने में योगदान कर सकती है, ये डायबिटीज के मरीजों के लिये रिस्क फैक्टर हो सकता है। इसके अलावा दूध का सेवन करते समय सर्विंग साइज पर विचार करना भी महत्वपूर्ण है, एक कप दूध में करीब 12 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, इसलिये डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपना डाइट प्लान बनाते समय अपने हिस्से को चेक करना चाहिये, कार्बोहाइड्रेट सामाग्री पर विचार करना चाहिये।

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मीठा दूध ना पिएं
इसके अलावा ऐसे दूध का चयन करना जरुरी है, जो मीठा या सुगंधित ना हो, कुछ स्वाद वाले दूध में चीनी मिलाई जा सकती है, जो शुगर लेवल को अचानक बढा सकती है, अंत में ये निर्धारित करने के लिये कि आपकी व्यक्तिगत जरुरतों तथा स्वास्थ्य लक्ष्यों के लिये कितना दूध और किस तरह के डेयरी उत्पाद उपयुक्त हैं, एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या डाइट स्पेशलिस्ट से बात करना एक अच्छा विचार है।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों तथा सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं, इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह अवश्य लें।)