भारत का ना हो अमेरिका जैसा हाल, RBI गवर्नर ने भारतीय बैकों को चेताया

शक्तिकांत दास को 2023 के लिये गवर्नर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक शोध पत्रिका सेंट्रल बैंकिंग ने शक्तिकांत को ये उपाधि दी है।

New Delhi, Mar 18 : आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत ने शुक्रवार को बैंकों को किसी भी तरह के परिसंपत्ति-देनदारी असंतुसलन के प्रति आगाह किया, उन्होने कहा कि दोनों तरह के असंतुलन वित्तीय स्थिरता के लिये हानिकारक है, उन्होने संकेत दिया कि अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम में जारी संकट इस तरह के असंतुलन से पैदा हुआ है।

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कर्ज वृद्धि बैंकिंग प्रणाली के लिये ठीक नहीं
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि डॉलर की कीमत बढने के कारण उच्च बाहरी ऋण जोखिम वाले देशों की मदद करने के लिये जी-20 के समन्वित प्रयासों का आह्वान किया। शक्तिकांत दास ने कहा कि जी-20 देशों के जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों को युद्ध स्तर पर वित्तपोषण मुहैया करवाना चाहिये, उन्होने कहा कि अमेरिका के बैंकिंग सेक्टर में जारी संकट स्पष्ट तौर पर दिखाता है कि निजी क्रिप्टोकरंसी वित्तीय प्रणाली के लिये किस तरह के जोखिम पैदा करती है, उन्होने कहा कि अत्यधिक जमा तथा कर्ज वृद्धि बैंकिंग प्रणाली के लिये ठीक नहीं है।

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महंगाई का बुरा दौर पीछे छूटा
कोच्चि में शुक्रवार को वार्षिक केपी हॉर्मिस (फेडरल बैंक के संस्थापक) स्मारक के दौरान व्याख्यान देते हुए कहा कि घरेलू वित्तीय क्षेत्र स्थिर है और मुद्रास्फीति का बुरा दौर पीछे छूट गया है, उन्होने कहा कि हमारी बाहरी कर्ज प्रबंधन योग्य है,  डॉलर की मजबूती से कोई समस्या नहीं है, शक्तिकांत दास ने ये भी कहा कि हम महंगाई के बुरे दौर को पीछे छोड़ रहे हैं, उन्होने दावा किया कि हमारा वित्तिय क्षेत्र स्थिर है, महंगाई का दौर पीछे छूट गया है, इसके साथ ही उन्होने चेतावनी भी दी है।

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सम्मानित किया गया
शक्तिकांत दास को 2023 के लिये गवर्नर ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक शोध पत्रिका सेंट्रल बैंकिंग ने शक्तिकांत को ये उपाधि दी थी, आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन 2015 में देश की ओर से पहली बार इस पुरस्कार से सम्मानित हुए थे। पत्रिका ने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान स्थिर नेतत्व देने के लिये शक्तिकांत दास की तारीफ की है, पत्रिका ने कहा कि एक प्रमुख गैर-बैंक फर्म का पतन, कोविड-19 महामारी की पहली तथा दूसरी लहर और यूक्रेन पर रुस के आक्रमण की वजह से बढती महंगाई के दौर में गवर्नर शक्तिकांत दास का मजबूत और कुशल नेतृत्व शानदार है।