चैत्र नवरात्रि के दौरान भूलकर भी ना करें ये 5 गलतियां, मां दुर्गा हो जाएंगी क्रोधित

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा नवरात्रि के इन 9 दिनों में धरती पर रहकर अपने सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरा करती हैं, हालांकि इस दौरान 5 ऐसे काम हैं, जिन्हें जातक को भूलकर भी नहीं करना चाहिये, नहीं तो घर में अनिष्टता का दौर शुरु होने में देर नहीं लगती है।

New Delhi, Mar 21 : इस साल चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च से होने जा रही है, जबकि समापन 30 मार्च को होगा, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा नवरात्रि के इन 9 दिनों में धरती पर रहकर अपने सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूरा करती हैं, हालांकि इस दौरान 5 ऐसे काम हैं, जिन्हें जातक को भूलकर भी नहीं करना चाहिये, नहीं तो घर में अनिष्टता का दौर शुरु होने में देर नहीं लगती है।

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अखंड ज्योति का महत्व
नवरात्रि की शुरुआत घर में अखंड ज्योति जलाने से होती है, ये ज्योति 9 दिनों तक लगातार जलती रहती है, इस बात का खास ध्यान रखना होता है कि भूलकर भी ये ज्योति बुझनी नहीं चाहिये, जिस जगह अखंड ज्योति जल रही हो, वहां पर परिवार का एक ना एक सदस्य जरुर उपस्थित रहना चाहिये।

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मांस-मदिरा से परहेज
नवरात्रि के 9 दिनों में दिन-रात मां दुर्गा की पूजा-अराधना होती है, इन दिनों को बेहद पवित्र माना जाता है, इन दिनों में घर के किसी भी सदस्य को मांस-मदिर का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिये, ऐसा करने से नवरात्रि में की गई अराधना व्यर्थ मानी जाती है।

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ना कटवाएं बाल और दाढी
पौराणिक शास्त्रों में कहा गया है कि जो जातक नवरात्रि के दिनों में व्रत और कलश स्थापना करते हैं, उन्हें पूरे 9 दिनों तक अपने बाल और दाढी नहीं कटवानी चाहिये, ऐसा करना अशुभ माना जाता है, जिसे करने से परिवार को बुरे परिणाम भोगने पड़ते हैं।

काले कपड़े ना पहनें
काला रंग शोक तथा बुराई का प्रतीक माना जाता है, जबकि नवरात्रि पर्व उल्लास और अराधना का पर्याय है, यही वजह है कि नवरात्रि के दिनों में जातकों को काले रंग के कपड़े पहनने की मनाही की जाती है, ऐसा करना मां दुर्गा का अपमान माना जाता है।

प्याज-लहसुन ना खाएं
प्याज-लहसुन खाने से शरीर में तामसिक प्रवृति बढती है, जिससे इंसान का ध्यान भक्ति और अराधना से भटकता है, यही वजह है कि नवरात्रि के दिनों में लहसुन-प्याज खाने से मना किया जाता है, इन 9 दिनों में सिर्फ फलाहार करना चाहिये, ऐसा करने से इंसान तरक्की करता है।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)