कभी कहा जाता था टीम इंडिया का दीवार, अब जल्द ले सकता है संन्यास, राहुल-रोहित ने काट दिया पत्ता

टेस्ट टीम में ये खिलाड़ी कभी ओपनर तो कभी नंबर 6 पर खेलता था, मुश्किल घड़ी में टीम इंडिया के लिये ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करता था, हालांकि राहुल द्रविड़ के मुख्य कोच बनते ही टीम इंडिया में सबकुछ बदलने लगा।

New Delhi, Mar 22 : टीम इंडिया में एक बल्लेबाज को सबसे भरोसमंद माना जाता था, जब ये बल्लेबाज क्रीज पर उतरता था, तो टीम इंडिया पर कोई आंच नहीं आने देता था, टेस्ट टीम में ये खिलाड़ी कभी ओपनर तो कभी नंबर 6 पर खेलता था, मुश्किल घड़ी में टीम इंडिया के लिये ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करता था, हालांकि राहुल द्रविड़ के मुख्य कोच बनते ही टीम इंडिया में सबकुछ बदलने लगा, इस खिलाड़ी को मौके मिलने भी कम हो गये, फिर इस खिलाड़ी को पूरी तरह टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया।

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खत्म माना जा रहा करियर
टीम इंडिया का एक क्रिकेटर कभी टीम का दीवार कहा जाता है, जिसे गिराना विरोधी टीम के लिये बिल्कुल भी आसान नहीं होता था, hanuma vihari लेकिन कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा के युग में इस क्रिकेटर का करियर लगभग खत्म माना जा रहा है, राहुल द्रविड़ और रोहित के कमान संभालते ही इस खिलाड़ी को टेस्ट टीम में मौके मिलने बंद हो गये, अब इस खिलाड़ी का टेस्ट करियर खत्म होने के कगार पर है।

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बीसीसीआई ने टीम इंडिया से काट दिया पत्ता
टी-20 विश्वकप 2021 के बाद जब राहुल द्रविड़ ने बतौर मुख्य कोच टीम इंडिया की कमान संभाली, तो उन्होने बड़ा फैसला लेते हुए टेस्ट टीम में श्रेयस अय्यर की एंट्री करा दी, किस्मत से राहुल का फैसला बिल्कुल सही साबित हो गया, Hanuma virat श्रेयस अय्यर को टेस्ट टीम में नंबर 6 पर लगातार मौके मिलने शुरु हो गये, हनुमा विहारी को धीरे-धीरे मौके मिलने बंद हो गये, अब टेस्ट टीम में हनुमा विहारी के लिये जगह भी नहीं बनती, नंबर 6 पर श्रेयस ने कब्जा जमा लिया।

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अंगद की तरह पैर जमाये रखा
हनुमा विहारी को टेस्ट टीम का दीवार माना जाता था, जिसे गिराना विरोधी टीम के लिये आसान नहीं होता था, हनुमा ने जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में घायल होने के बावजूद कंगारू गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिये थे, सिडनी टेस्ट में कंगारु टीम मैच जीतने के कगार पर थी, लेकिन हनुमा दीवार की तरह खड़े रहे, अंगद की तरह पैर क्रीज पर जमाये रखा, हनुमा विहारी ने सिडनी टेस्ट में 161 गेंदों में नाबाद 23 रनों की पारी खेल मैच ड्रा कराया था, इस टेस्ट मैच के ड्रा होने के कारण भारत के लिये ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2020-21 में टेस्ट सीरीज जीतने का दरवाजा खुल गया था।

दर्द में भी बल्लेबाजी करते रहे
भारत ने तब ब्रिस्बेन टेस्ट में जीत दर्ज करते हुए ऑस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी बार टेस्ट सीरीज जीतने का कमाल किया था, टीम इंडिया की इस सीरीज जीत में हनुमा विहारी का बड़ा योगदान था, जिसे अब भूला दिया गया है, हनुमा ने तब एक वेबसाइट को दिये इंटरव्यू में बताया था कि उन्होने पेन किलर इंजेक्शन लेने के बाद पैर में पट्टी बांधकर देश के लिये बल्लेबाजी जारी रखी, विहारी ने कहा मुझे अपनी टीम के लिये खड़े रहना था, मैंने सोच लिया था कि मुझे हर हाल में करीब 3 घंटे बल्लेबाजी करनी है।

टेस्ट टीम से छिन गई जगह
29 वर्षीय हनुमा विहारी 16 टेस्ट मैचों में 33.56 के औसत से 839 रन बनाये हैं, हनुमा ने भारत के लिये टेस्ट में 1 शतक और 5 अर्धशतक लगाये हैं, टेस्ट क्रिकेट में उन्होने 5 विकेट भी हासिल किये हैं, हनुमा विहारी एक ऑलराउंडर है, shreyas iyer (1) जरुरत पड़ने पर टीम के लिये ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं, जब श्रेयस अय्यर ने नंबर 6 पर स्थान पक्का कर लिया, तो हनुमा के लिये जगह नहीं बनती। श्रेयस अय्यर ने भारतीय टीम के लिये अब तक 10 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 44.40 के औसत से 666 रन बनाये हैं, अय्यर ने भारत के लिये अभी तक टेस्ट क्रिकेट में 1 शतक और 5 अर्धशतक लगाये हैं, हनुमा विहारी ने भारत के लिये अपना आखिरी टेस्ट मैच इस साल जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में खेला था।