नवरात्रि के उपवास क्यों हैं फायदेमद?, विज्ञान ने भी माना इसका महत्व

चैत्र नवरात्रि के समय जलवायु में बदलाव होता है, इस जलवाये में कई नये बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जिससे हमारा शरीर लड़ने के लिये तैयार नहीं होता है, इन बैक्टीरिया से लड़ने के लिये हमारे शरीर को तैयार करने के लिये ही उपवास किये जाते हैं।

New Delhi, Mar 24 : चैत्र नवरात्रि चल रहा है, जिसमें पूरे 9 दिनों तक व्रत रखे जाते हैं, इस दौरान प्याज-लहसुन पूरी तरह से वर्जित माना जाता है, सिर्फ सात्विक भोजन का ही महत्व होता है, सात्विक भोजन में अनाज और फल जैसे खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, हिंदू शास्त्रों में सात्विक भोजन को शुद्ध तथा सबसे अच्छा माना गया है।

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नवरात्रि व्रत के फायदे
चैत्र नवरात्रि के समय जलवायु में बदलाव होता है, इस जलवाये में कई नये बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जिससे हमारा शरीर लड़ने के लिये तैयार नहीं होता है, इन बैक्टीरिया से लड़ने के लिये हमारे शरीर को तैयार करने के लिये ही उपवास किये जाते हैं, ये बात बड़े-बुजुर्ग सदियों से बताते आ रहे हैं, आइये जानते हैं कि इस बारे में साइंस का क्या कहना है।

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नवरात्रि के व्रत का महत्व
नवरात्रि का भोजन यानी ऐसा आहार जो शरीर की मशीन में आसानी से पचे, कोई विकार ना पैदा करे, जलवायु परिवर्तन के इस मौसम में अगर आप गरिष्ठ या तामसिक भोजन करेंगे, तो ना सिर्फ आपको आलस आएगा, Navratri बल्कि उसे पचाने में आपके शरीर को ज्यादा र्जा खर्च करनी पड़ेगी, ऐसा होने से शरीर तथा मन दोनों थक जाते हैं, भारी खाना खाने से सुस्ती आती है, इसलिये शरीर में फुर्ति नहीं रह जाती है, इसलिये नवरात्रि के व्रत हो या कोई भी दिन या महीना, हमें सादा, सुपाच्य तथा संतुलित भोजन करने की विज्ञान तथा डॉक्टर सलाह देते हैं।

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क्यों रखें व्रत
नवरात्रि में व्रत से शरीर एक्टिव रहता है, व्रत रखने से पाचन तंत्र बेहतर होने के साथ शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन भी होता है, नवरात्रि के दौरान उपवास रखने का वैज्ञानिक कारण आपके शरीर को डिटॉक्सिफाई करना है, हफ्ते में एक बार हल्का भोजन करने से पाचन तंत्र को आराम मिलता है, व्रत से आंतों को साफ करने और उसको मजबूत करने में भी मदद मिलता है।

व्रत में क्या ना खाएं
नवरात्रि के व्रत में फल या लौकी से बनी कोई चीज खानी चाहिये, गरिष्ठ आहार जैसे आलू और मंगफली वगैरह या ज्यादा तली हुई चीजें जैसे कुट्टू की पुड़ी का सेवन संभलकर करना चाहिये, व्रत में कम भोजन करना चाहिये, आप व्रत नहीं भी हैं तब भी आपको जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिये, जिनका बीपी बढा रहता है, वो भी व्रत रख सकते हैं, लेकिन उपवास के दौरान ज्यादा चाय या कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिये, ऐसे लोग नींबू पानी, नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं, व्रत के खाने में ऐसे लोग सेंधा नकम का सही प्रयोग करके उसका भी सेवन कर सकते हैं, फलों का सेवन करें, ज्यादा समय तक भूखा नहीं रहना चाहिये। नवरात्रि के इन दिनों में सात्विक भोजन का विधान है, क्योंकि नवरात्रि का पर्व शुद्धता तथा पवित्रता से जुड़ा होता है, इसलिये इसमें सिर्फ शुद्ध चीजें ग्रहण करनी चाहिये, सात्विक भोजन में साबूत अनाज, फल, सब्जियां, दूध और मेले आदि शामिल है, व्रत के लिये सात्विक भोजन को सेंधा नमक से तैयार किया जाता है।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)