पति जेल में, पत्नी को हुआ जानलेवा बीमारी, नवजोत सिंह सिद्धू के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिद्धू इस समय पंजाब के पटियाला जेल में बंद हैं, रोडरेज मामले में 1 साल की सजा काट रहे हैं, नवजोत कौर ने ट्विटर पर लिखा, उन्हें स्टेज-2 कैंसर है, इसके लिये वो किसी को दोष नहीं दे सकती, क्योंकि ये भगवान की मर्जी है।

New Delhi, Mar 24 : पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों रोडरेज के एक मामले में सजा काट रहे हैं, पंजाब की पटियाला सेंट्रल जेल में बंद सिद्धू के 1 अप्रैल को रिहा होने की चर्चा है, लेकिन इस बीच उनकी पत्नी एक जानलेवा बीमारी से जूझ रही है, उनके स्टेज 2 कैंसर से ग्रसित होने का पता चला है। माना जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू के जेल से बाहर आने से पहले उनका सर्जरी कराना जरुरी माना जा रहा है, इसलिये खुद नवजोत कौर सिद्धू ने लेटर लिखकर ये जानकारी दी है।

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क्या लिखा
सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने पति सिद्धू को लिखे लेटर में कहा वो एक ऐसे जुर्म के लिये पटियाला सेंट्रल जेल में बंद हैं, जो उन्होने किया ही नहीं, माफ कर दीजिए उन सभी को, जो इसमें शामिल है, sidhu jail जेल से बाहर हर दिन आपका इंतजार करना शायद मुझे आपसे ज्यादा दुख देता है, हमेशा की तरह आपका दर्द बांटने की कोशिश करती हूं, जानती हूं कि ये सब बहुत बुरा है, लेकिन इसमें कुछ सुधार हो रहा है।

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भगवान की मर्जी है
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिद्धू इस समय पंजाब के पटियाला जेल में बंद हैं, रोडरेज मामले में 1 साल की सजा काट रहे हैं, नवजोत कौर ने ट्विटर पर लिखा, उन्हें स्टेज-2 कैंसर है, इसके लिये वो किसी को दोष नहीं दे सकती, क्योंकि ये भगवान की मर्जी है। उन्होने कहा बार-बार आपने न्याय के लिये गुहार लगाई, लेकिन न्याय नहीं मिला और मैंने आपका इंतजार किया, सत्य बहुत शक्तिशाली होता है, लेकिन ये हर बार आपकी परीक्षा लेता है, कलियुग है, माफ करना, आपका इंतजार नहीं कर सकती, क्योंकि मुझे स्टेज-2 कैंसर है, आज सर्जरी होनी है, किसी को इसके लिये दोष नहीं दिया जाना चाहिये, क्योंकि ये भगवान की मर्जी है।

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1 साल की सजा
आपको बता दें कि सिद्धू 1988 के रोडरेज डेथ केस में 1 साल की सजा काट रहे हैं, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पटियाला सेंट्रल जेल में बंद हैं, उन्हें 2018 में 1 हजार रुपये के मामूली जुर्माने के साथ छोड़ दिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें 1 साल की सजा सुनाई गई।