Opinion- योगी जी, चिन्मयानंद दाग नहीं, कोढ़ और कलंक बन कर उपस्थित है

Dayanand Pandey

Opinion- योगी जी, चिन्मयानंद दाग नहीं, कोढ़ और कलंक बन कर उपस्थित है

यह ठीक है कि कमल कीचड़ में ही खिलता है। लेकिन ज़्यादा कीचड़ कई बार दलदल में तब्दील हो जाता है। सो योगी जी कीचड़ को दलदल में तब्दील होने…
प्रथम अपराध में ही जेल काट लिए होते तो बुढ़ापे में जेल यात्रा का कष्ट तो नहीं होता!

Surendra Kishore

प्रथम अपराध में ही जेल काट लिए होते तो बुढ़ापे में जेल यात्रा का कष्ट तो नहीं होता!

जवानी व सत्ता के नशे में तब तो मीडिया को हड़का कर और न्यायिक प्रक्रिया में हेरफेर करके सजा से बच जाते हैं। पर यदाकदा अगले अपराध में बुढ़ापे में…