दूसरे धर्मों के लोग हिंदुओं के बीच सबसे अधिक और मुसलमानों के बीच सबसे कम सुरक्षित होते हैं!
साथ ही, इससे भारत में तुष्टीकरण आधारित धर्मनिरपेक्षता, जो कि अपने आप में साम्प्रदायिकता से भी अधिक खतरनाक है, क्योंकि वास्तव में साम्प्रदायिकता की जननी ही यही है, उसका ज़ोर…