‘केदारनाथ सिंह को पढ़ना, पढ़ना भर नही होता , वो आपको किताब से बाहर निकाल कर कदम कदम पर चौंकाएंगे’
नामवर जी , केदार भाई , काशीनाथ सिंह दूधनाथ सिंह भाई विजय मोहन इनके अंदर का लेखक इसलिए भी मजबूत रहा कि इनका लेखकीय पुरुषार्थ त्रिलोचन की तरह सीना ताने…
Chanchal
Ravish Kumar
OM Thanvi