Mumtaz Parveen @mumtaz.parveen.52 जागते रहो ये शहादत का साल है ! हमने शहादत दी है अपने देश की गंगा ज़मुनी तहजीब की, आपसी प्यार मुहब्बत की, हमने शहादत दी है अपने देश के खूबसूरत इतिहास की जिस पर लगातार चोट होती…