‘फ़ारूक़ शेख़ को याद करते हुए उर्दू का लफ्ज मुहज्जब ही जुबान पर आता है’

Amitabh Srivastav

‘फ़ारूक़ शेख़ को याद करते हुए उर्दू का लफ्ज मुहज्जब ही जुबान पर आता है’

फ़ारूक़ शेख़ के अभिनय के बारे में बात करते हुए आम तौर पर चश्मेबद्दूर, कथा, साथ साथ, नूरी जैसी फ़िल्मों का ज़िक्र ज़्यादा होता है । New Delhi, Mar 26…