‘बेसन के घोल में हम अपने बाप के अरमान को नहीं बेच सकते सरकार’
जिस बाप ने देह गला कर भी पैसे जुगाड़ किये और हमारे सपने को न गलने दिया न हमारे जोश को पिघलने दिया उस बाप के अरमान और उसकी ख्वाहिशों को…
Nilotpal Mrinal
Nilotpal Mrinal
Punya Prasun Bajpai
Sarat Sankrityayan