तो ये हैं सहिष्णु सहिष्णु खेलने वालों का असहिष्णु चेहरा। मेरी एक सलाह है मृणाल पांडेय को, आजकल काम वाम ज्यादा होगा नही, तो ज़रा अपनी माता जी का सम्पूर्ण…
मृणाल जी, आप साप्ताहिक हिन्दुस्तान और हिन्दुस्तान की संपादक रही हैं। हिन्दी और अंग्रेज़ी भाषा पर आपकी ज़बरदस्त पकड़ है। फिर अभिव्यक्ति के लिए ऐसी भाषा और ऐसे प्रतीक क्यों…