Categories: indiaspeak

और जब ताजमहल ग़ायब हो गया

तो ताजमहल कहाँ गया होगा ? यही सोचते सोचते मैं दिल्ली की वापसी वाली ट्रेन में बैठ गया। माँ क़सम परेशान था कि बताओ इत्ती पुरानी धरोहर ऐसे ग़ायब हो गई जैसे कॉंग्रेस की कुर्सी।

New Delhi Oct 19 : कल रात अचानक आगरे जाना हुआ। शहर में पहुँचते ही पहला झटका लगा।देखा कि ताजमहल ग़ायब था।सच्ची में ग़ायब था।चारों तरफ अफ़रातफ़री।जिससे पूछो एक ही जवाब।भैया आगे बढ़ो, अच्छा हुआ पहले ही खिसक लिया। मैंने बहुत दिमाग़ दौड़ाया।कहाँ गया होगा? पागलखाने तो ना चला गया ? नहीं नहीं ! इस उम्र में उसे वहाँ कौन भर्ती करने जा रहा है ? और वैसे भी वहाँ भर्ती होने के लिए इत्ती लंबी वेटिंग है।और दिमाग़ चलाया।कहीं यमुना जी में कूदकर आत्महत्या तो ना कर ली ? नहीं नहीं !! यमुना जी में इत्ता पानी ही ना है कि कोई डूब भी सके।तो फिर कहाँ गया होगा ? तभी ध्यान आया कि ज़रूर किसी लड़की के साथ भग लिया होगा ? नहीं नहीं .. ये भी ना हो सके।लव-जिहाद के चक्कर के बाद उसमें इत्ती हिम्मत ना है कि वो लड़की की तरफ आँख भी उठाकर देख सके।

तो ताजमहल कहाँ गया होगा ? यही सोचते सोचते मैं दिल्ली की वापसी वाली ट्रेन में बैठ गया। माँ क़सम परेशान था कि बताओ इत्ती पुरानी धरोहर ऐसे ग़ायब हो गई जैसे कॉंग्रेस की कुर्सी।कहते हैं कि जब आप परेशान होते हैं तो प्रेशर थोड़ा ज़्यादा आता है। हल्का करने के लिए ट्रेन के टॉयलेट का दरवाज़ा खोला और दरवाजा खोलते ही सन्न रह गया।सामने कमोड पर ताजमहल उकड़ूँ हो कर बैठा हुआ था।एक हाथ में टॉयलेट का चेन वाला मग्गा था और दूसरे हाथ में अक्षय कुमार का पोस्टर। पसीने से तरबतर। मेरी तो बाँछे ही खिल गई ( राग दरबारी वाली )। मैंने सीधे ही पूछ लिया । “ अम्मा मियाँ !! तुम्हें पूरी दुनिया वहाँ आगरे में ढूँढ रही है और तुम यहाँ टॉयलेट में ? वो भी ट्रेन के ? चक्कर क्या है मियाँ ? “

ताजमहल बहुत घबराया हुआ था। वो और दुबक कर बैठ गया। लेकिन जब मैंने उसे समझाया कि मैं ना टीटी हूँ , ना पुलिस वाला हूँ , ना कोई अफ़सर हूँ , ना कोई नेता हूँ , मैं तो एक मामूली सा हिंदुस्तान हूँ तो ताजमहल की जान में जान आई।धीरे से बोला कि भैया .. किसी से कुछ कहियो ना तो एक बात बताएँ ? “ हाँ हाँ बताओ .. निसंकोच बताओ। “ “ हम ना अपने बड़े भैया के पास दिल्ली जा रहे हैं। अब हमें उन्हीं का आसरा है “ ताजमहल से ये सुनकर मेरा माथा ठनका। “ बड़े भैया कौन ? अच्छा अच्छा वो गुजरात वाले ? दया की भीख माँगने जा रहे हो क्या ? “ ताजमहल ने दाएँ बाएँ देखा और धीरे से बोला : नहीं नहीं .. उनके पास नहीं .. अपने सगे बड़े भैया के पास जा रहा हूँ लालक़िला नाम है उनका .. सुना है कि वो गुजरात वाले हमारे भैया के कंधे पर चढ़कर ख़ूब ऊँची ऊँची छोड़ते हैं।क्या पता भैया का लिहाज़ करके या भैया की पैरवी से हमें बख़्श दिया जाए।

ताजमहल की बात में दम तो था।लालक़िले ने दिल्ली में रहकर अपनी सेटिंग तो ठीक कर ली थी।पूरा दिल्ली वाला हो चुका था।इतनी सारी बातें हो गई पर मजाल कि आज तक किसी ने लालक़िले का नाम भी लिया हो।मौक़े का फ़ायदा उठाकर मैंने भी सोचा कि आज इस ताजमहल को ज्ञान दे दिया जाए। “ कभी तुमने सोचा ताजमहल कि तुम्हारी दिक़्क़त क्या है ? आज तुम इत्ती बड़ी मुसीबत में क्यों हो ? “ मैंने सीधे ही पूछ लिया। “ नहीं तो “ बड़ी मासूमियत से ताजमहल ने जवाब दिया। “ तुम्हारी दिक़्क़त ये है कि तुम ना बहुत उड़ने लगे थे .. खुद को फन्ने खां समझने लगे थे .. चार विदेशी क्या आ गए तुम्हारी चौखट पर .. तुम्हारे दिमाग़ ख़राब हो गए। सात अजूबों में नाम क्या आ गया ,तुम्हें लगा कि तुम खुदा हो गए। अब आ गए ना औक़ात पर ? अपने भैया लालक़िले को देखो .. पूरे साल चुप रहता है .. और साल में एक बार जब देखता है कि उसके कंधे पर बैठकर हज़ारों झूठ बोले जा रहे हैं , तब भी चूँ नहीं करता है।

सत्तर साल से वो यही कर रहा है , चुपचाप सबकुछ सह रहा है और तुम जो हो , फ़ालतू में हीरोगिरी झाड़ते रहते हो।“ ग़लती हो गई भैया .. अब तो बचा लो। “ ताजमहल रुआँसा हो गया था। “ कोई बात नहीं।तुम सही जा रहे हो। अब लालक़िला ही तुम्हें बचा पाएगा। “ मैंने उसे हिम्मत देने की कोशिश की। तभी मैंने देखा कि ताजमहल अक्षय कुमार के पोस्टर को अपने झोले में डाल रहा था।मेरे से रहा नहीं गया। मैंने पूछ ही लिया कि भैया ये पोस्टर क्यों ? तो ताजमहल ने बताया कि उसने सुना है कि इस देश में आजकल टॉयलेट के नाम पर जो भी कुछ कर रहा है , उसे कुछ कहा नहीं जाता। बल्कि सम्मान दिया जाता है , ब्रांड एम्बेसडर बना दिया जाता है और साल दो साल में पद्म अवॉर्ड भी मिल जाता है .. तो हमने सोचा कि हम भी खुद को टॉयलेट का प्रतीक बना लेते हैं , इसीलिए हमने ट्रेन से ये मग्गा भी चुरा लिया है .. जहाँ मौक़ा मिलेगा धोते चले जाएँगे। इतना कहकर ताजमहल ने वो चेन वाला मग्गा दिखाया।

“ तुम तो सही जा रहे हो ताजू मियाँ !! दो दिन में ही सुधर गए। “ मेरी बात सुनकर पहली बार कुछ मुस्कुराया ताजमहल। इसी दौरान मेरी नज़र ताजमहल के झोले में रखे एक पैकेट पर पड़ी।मैंने पूछ ही लिया कि इसमें ये क्या रखा है ? तो ताजमहल की आँखें नम हो गई। वो बोला कि पड़ोस की गली वाले त्रिपाठी जी हैं ना ..उन्होंने रास्ते में खाने के लिए कुछ सोया चाप बना कर दिया है। बड़े भले आदमी हैं। और ताजमहल ने पैकेट खोलकर दिखा दिया। पैकेट देखते ही मैं चीख़ पड़ा। “ इसे तुरंत बाहर फेंको . अभी के अभी !! “ ताजमहल हैरान था। “ लेकिन क्यों ? “मैं फिर चिल्लाया। “ अभी जब तुम्हें पूरी भीड़ मार मार के पटरी पर डाल देगी ना .. तब तुम्हें पता चलेगा .. इसे देखकर कहीं से नहीं लग रहा है कि ये सोया चाप है।इसे जल्दी बाहर फेंको। “ “ लेकिन हिंदुस्तान भाई .. ये सच में सोया चाप ही है .. त्रिपाठी जी शुद्ध शाकाहारी व्यक्ति हैं . आप चाहो तो जाँच करवा लो। “ ताजमहल ने मुझे समझाने की कोशिश की।

“तुम्हारी मौत के बाद अगर ये साबित हो भी गया कि तुम सोया चाप ही लेकर जा रहे थे तो क्या तुम्हें ज़िंदगी वापस मिल पाएगी ? इसलिए भलाई इसी में है कि इसे फेंक दो। “ मैंने आख़िरी बार ताजमहल को समझाने की कोशिश की। ताजमहल को मेरी बात समझ में आ गई और उसने मन मसोस कर त्रिपाठी जी का दिया वो पूरा पैकेट चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। मुझे भी लगा कि चलती ट्रेन से इससे पहले ताजमहल को बाहर फेंका जाए , सोया चाप ही बाहर फेंकना ठीक रहेगा। इसके बाद सुना है कि ताजमहल दिल्ली में अपने भैया लालक़िले के पास पहुँच गया था। लेकिन लालक़िला ने ताजमहल को ये कह कर शरण देने से इंकार कर दिया कि अभी बड़ी मुश्किल से मैं तमाम नज़रों से बचा हुआ हूँ , कहीं तेरे चक्कर में मैं मुसीबत में ना फँस जाऊँ । थक हार के ताजमहल फिर मेरे पास पहुँचा और मुझसे मदद माँगी।मैंने ताजमहल से कहा कि जिंदगी की ख़ैर चाहते हो तो तुम्हारे पास दो ही रास्ते हैं .. या तो तुम अपना नाम बदलकर दीनदयाल भवन कर लो या अगर शाहजहाँ से कुछ वरदान मिला है तो गाय बन जाओ ..खाने में बढ़िया बढ़िया कचरा और पोलिथिन मिलेंगे- वो अलग !! तभी कुछ कल्याण हो पाएगा।ताजमहल कुछ सोचने का वक़्त माँग कर चला गया था। तब से लौटा नहीं है। आप भी देखना कहीं गाय बनकर पॉलिथिन तो नहीं खा रहा ? (वरिष्‍ठ पत्रकार और फिल्‍म निर्देशक विनोद कापड़ी के फेसबुल वॉल से साभार)

Leave a Comment
Share
Published by
ISN-1

Recent Posts

इलेक्ट्रिशियन के बेटे को टीम इंडिया से बुलावा, प्रेरणादायक है इस युवा की कहानी

आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…

10 months ago

SDM ज्योति मौर्या की शादी का कार्ड हुआ वायरल, पिता ने अब तोड़ी चुप्पी

ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…

11 months ago

83 के हो गये, कब रिटायर होंगे, शरद पवार को लेकर खुलकर बोले अजित, हमें आशीर्वाद दीजिए

अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…

11 months ago

सावन में धतूरे का ये महाउपाय चमकाएगा किस्मत, भोलेनाथ भर देंगे झोली

धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…

11 months ago

वेस्टइंडीज दौरे पर इन खिलाड़ियों के लिये ‘दुश्मन’ साबित होंगे रोहित शर्मा, एक भी मौका लग रहा मुश्किल

भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…

11 months ago

3 राशियों पर रहेगी बजरंगबली की कृपा, जानिये 4 जुलाई का राशिफल

मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…

11 months ago