New Delhi Jan 18 : कहने को भारत और चीन के बाद डोकलाम को लेकर आम सहमति बन चुकी है। लेकिन, इसी मसले पर दोनों देश के बीच तनातनी भी जारी है। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि डोकलाम से चीनी सेना पीछे हट रही है। बिपिन रावत का ये बयान सुनते ही चीन बौखला गया था। उसका कहना था कि इस इलाके से वो अपनी सेना को नहीं हटाएगा। दोनों देशों के बीच चली आ रही इसी तनातनी के बीच एक और चौंकाने वाली खबर का खुलासा हुआ है। सैटेलाइट इमेज के जरिए इस बात की जानकारी मिली है कि चीन ने उत्तरी डोकलाम में सात हैलीपैड बना लिए हैं। इतना ही नहीं वहां पर उसने हथियारबंद गाडि़यों की भी तैनाती कर दी है। इस बात का खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि देश के ही रिटायर्ड कर्नल विनायक भट्ट ने किया है। विनायक भट्ट को सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण का माहिर खिलाड़ी माना जाता है।
रिटायर्ड कर्नल विनायक भट्ट ने अपनी बात को पुष्ट करने के लिए कुछ सैटेलाइट तस्वीरों को भी सामने रखा है। जिसमें ये दावा किया गया है कि उत्तरी डोकलाम में चीनी सेना अब तक सात हैलीपैड बना चुकी है। इसके साथ ही वहां पर हथियारों से लैस गाडि़यां भी पहुंच चुकी हैं। सैटेलाइट इमेज में ये दिखाने की कोशिश की गई है कि उत्तरी डोकलाम में कंक्रीट की कुछ चौकियां बनी हैं। सात हैलीपैड बने हैं। इसके अलावा करीब दर्जन भर गाडि़यां खड़ी हैं। हालांकि सरकार की ओर से अब तक इस संबंध में कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। वहीं चीन हमेशा ये कहता रहा है कि डोकलाम पर उसका अधिकार है। इस क्षेत्र को लेकर कोई विवाद नहीं है। हालांकि उसने कभी इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस विवादित क्षेत्र में उसने क्या वाकई हैलीपैड और कंक्रीट की चौकियों का निर्माण किया है। इस खबर पर आधिकारिक बयान की दरकार है।
दरअसल, पिछले साल जुलाई महीने में डोकलाम में सड़क निर्माण को लेकर इंडियन आर्मी के जवान और चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी के जवान आमने सामने आ गए थे। इंडियन आर्मी ने चीन सैनिकों को अपने इलाके में खदेड़ते हुए विवादित जमीन पर अस्थायी तंबू भी गाड़ दिए थे और वहीं पर कैंप करना शुरु कर दिया था। भारत और चीन के बीच ये गतिरोध कुल 72 दिनों तक चला था। तब हर रोज चीन की ओर से जंग की धमकी मिलती थी। लेकिन, इंडियन आर्मी खामोशी से अपनी पोस्ट पर तैनात रही। चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी चाहती थी कि डोकलाम से भारतीय सेना पीछे हटे। जबकि भारतीय सेना का कहना था कि विवादित क्षेत्र से वो अकेली पीछे नहीं हटेगी। दोनों ही देशों की सेनाओं को एकसाथ पीछे हटना होगा। आखिरकार चीन को हार माननी पड़ी थी और डोकलाम से उसकी सेना पीछे हट गई थी। लेकिन, भारतीय सेना की नजर अभी भी विवादित जमीन पर टिकी हुई है।
हालांकि आर्मी चीफ बिपिन रावत भी ये मान चुके हैं कि उत्तरी डोकलाम में चीन ने अपनी फौज की तैनाती कर रखी है। बिपिन रावत का कहना था कि भारतीय सेना अपनी सीमाओं की हिफाजत के लिए हर वक्त मुस्तैद रहती है। चीन बेशक शक्तिशाली देश हो। लेकिन, उसे इंडियन आर्मी को भी कमजोर नहीं समझना चाहिए। लेकिन, सैटेलाइट इमेज के जरिए हुए इस खुलासे ने एक बार फिर भारत की चिंताओं को बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि ये तस्वीरें अभी दस जनवरी को ही गूगल अर्थ के जरिए ली गई हैं। जिसमें चीन की सेना इस इलाके में काफी मुस्तैद नजर आ रही है। सीधे शब्दों में कहें तो चीन इस इलाके में अपनी ताकत बढ़ा रहा है। ऐसे में चीन की इस हरकत को ना तो हल्के में लिया जा सकता है और ना ही नजरअंदाज किया जा सकता है। क्योंकि चीन का डोकलाम में सैन्य साजो-सामान जुटाना भारत के लिए बड़ा खतरा है।
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