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शिवसेना की “सरमा करतूत” के चलते बाल ठाकरे को भी भविष्य में विभीषण जैसा ही न मान लिया जाए

कभी हिन्दू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे को हिंदुओ का सर्वमान्य नेता माना जाता था । उन्ही की पार्टी के लोग सत्ता , धन , संपत्ति के लिए कुलकलंकी की भूमिका में आ गए ।

New Delhi, Dec 15 : विभीषण ऐसा नाम है जिसे कोई भी अपने बच्चों के नामकरण के लिए सोचता भी नही । शैतान सिंह , दरोगा राय , मैनेजर पांडेय , ब्रिगेडियर प्रसाद जैसे नाम मिल जाएंगे लेकिन विभीषण नाम नही मिलेगा । विभीषण को कुलकलंकी माना गया है । जाहिर है कि कुलकलंकी होना इतना बड़ा अपराध है कि युगों युगों तक उसे माफ नहीं किया जाता है। विभीषण निहायत ही धार्मिक इनसान था । सही – गलत , पाप – पुण्य , नीति – सिद्धान्त , धर्म – कर्म मानने वालों में था ।अपनी मान्यताओं और सिद्धांतो के आगे उसके लिए न तो परिवार , न समाज और न देश था । इसलिए उसने भगवान राम का साथ देने का फैसला किया । लेकिन कुलकलंकी होना कितना निकृष्ट काम होता है यह भारतीय समाज ने बता दिया । आज भी कोई अपने बच्चे का नाम विभीषण नही रखता है । अपनी माँ से ठुकराए कर्ण को लोग हाथों हाथ स्वीकार करते हैं क्योंकि कर्ण ने अपने मित्र का साथ कभी नहीं छोड़ा । दुर्योधन गलत है जानते हुए भी उसने मित्रद्रोह नही किया जिसके कारण इतिहास का यह चरित्र भी भारतीयों को स्वीकार्य है लेकिन विभीषण नही ।

अब मैं एक ऐसे कुलकलंकी की बात बता रहा हूँ जिसे आप शायद नही जानते हों । विभीषण तो कुख्यात हो गया कि उसने भाई की हत्या में मदद की लेकिन शायद रामायण की कहानी अलग होती अगर विभीषण के अलावा लंका में एक और कुलकलंकी सरमा नही होती । सरमा अशोक वाटिका की सुरक्षा का अफसर इंचार्ज थी । उसे ही सीता की सुरक्षा और देखभाल के प्रभार दिया गया था । सीता ने सरमा को धन संपत्ति का लोभ भी दिया और अपनी स्थिति से सहानुभूति भी बटोरी । सरमा कुलद्रोह के लिए तैयार हो गयी और वह राम के पास चुपके से पहुच गयी । शुरू में राम और उनकी सेना को लगा कि यह सुरक्षा प्रभारी जासूसी करने आई है । तब विभीषण ने सरमा की पहचान कर राम के लोगो को आश्वस्त किया । विभीषण ने रावण वध का रहस्य बताया था तो सरमा ने मेघनाथ का । बताते है मेघनाथ को भगवान शिव ने ऐसे ऐसे शस्त्र अस्त्र और कवच दिए थे कि उसे पराजित करना मुश्किल था । लेकिन मेघनाथ दिन भर में एक बार निःशस्त्र और कवचहीन होता था जब वह भगवान शिव की उपासना करने के लिए किसी अज्ञात शिवालय में जाता था । सरमा जानती थी कि मेघनाथ कब और कहाँ निःशस्त्र होता है । उसने ही लक्ष्मण को उस जगह तक पहुचाया। शिव पूजा के लिए जैसे ही मेघनाथ कवच और शस्त्रों से मुक्त हुआ लक्ष्मण ने उसकी हत्या कर दी । हालांकि लक्ष्मण को निःशस्त्र मेघनाथ को मारने में भी बहुत मेहनत करनी पड़ी । अगर मेघनाथ की मृत्यु नही होती तो रावण युद्ध नही हारता क्योंकि शिव का वरदान इस परिवार को अपराजेय बनाता था । विभीषण के बाद सरमा कुलकलंकी निकली जिसके कारण एक राज्य और नस्ल बर्बाद हो गया ।

विभीषण और सरमा की चर्चा मैंने यूं ही नही की है । राज्य सभा मे शिवसेना के सांसद संजय राउत ने जब कहा कि जिस स्कूल में बीजेपी के लोग पढ़ाई करते हैं उस स्कूल के वे हेडमास्टर हैं , तब यह प्रसंग याद पड़ा । कभी हिन्दू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे को हिंदुओ का सर्वमान्य नेता माना जाता था । उन्ही की पार्टी के लोग सत्ता , धन , संपत्ति के लिए कुलकलंकी की भूमिका में आ गए । संजय राउत जी , अब शिवसेना की हेडमास्टरी गयी । हिंदुओ के लिए अब आप विभीषण और सरमा की श्रेणी में आ गए है । आपलोगो की करतूतों के कारण ही बाला साहेब ठाकरे के मुँह पर भी कालिख लग गया ।

मोदी और शाह अब विश्वभर के हिंदुओं के नेता स्थापित हो गए हैं । मोदी सरकार ने दूसरे कार्यकाल की पहली छमाही में ही 370 हटाकर अपने इरादे जता दिए थे। लोगो को लगा कि अभी 370 हटा दिए तो बाकी समय बीजेपी सरकार कौन से हिंदुत्व के एजेंडा पर काम करेगी ? सात सौ सालों की गुलामी ने हिंदुओ के आत्मविश्वास को इतना डांवाडोल कर दिया कि हिन्दू हित की बात करना , सोचना भी समाजद्रोह है । लेकिन मोदी और शाह ने इस छद्म आडंबर को उतार फेंका है और हिंदुओं में नए आत्मविश्वास का संचार किया है।नागरिकता बिल के बाद भी इनकी झोली में बहुत से मुद्दे हैं जो हिन्दू – हिंदी – हिंदुस्तान में अलख जगाए रखने के लिए कारगर होंगे । अब शिवसेना के हिंदुत्व का मोहताज नही है हिन्दू समाज । वैसे भी बाल ठाकरे के बाद शिवसेना प्रासंगिकता खो चुकी थी । राज ठाकरे तो चाचा की विरासत लिए हुए भी हैं लेकिन उद्धव तो ‘ स्त्रैण ‘ ही साबित हुए हैं । अब तो लगता है कि शिवसेना की ” सरमा करतूत ” के चलते बाल ठाकरे को भी भविष्य में विभीषण जैसा ही न मान लिया जाए । ईश्वर ऐसे कुलकलंकी लोगो से बचाना।

(वरिष्ठ पत्रकार योगेश किसलय के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)
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