New Delhi, Jul 21 : मसला कोई भी हो पर कांग्रेसी , वामपंथी और वामपंथी लेखक तथा मुस्लिम समाज के लोगों का सामूहिक कदम ताल देख कर सचमुच बहुत मजा आता है । मजाल क्या है एक भी कदम किसी का एकलय न हो । ऐसा कदमताल देख कर तो बैंड वाले भी एक बार अपनी धुन बजाना भूल जाएं । लेकिन इन के कदम तो बस आंख मूंद कर एक ताल में ही रहते हैं । तब , जब कि तीनों में अंतर्विरोध भी गज़ब के हैं ।
वामपंथी धर्म को अफीम मानते हैं । जब कि वहीं मुस्लिम समाज के लोग मज़हब के आगे किसी को नहीं जानते , मानते और सुनते हैं । मज़हब के आगे सब कुछ भाड़ में । बड़े-बड़े पढ़े-लिखे मुसलमानों की भी यही दयनीय स्थिति देख रहा हूं । इन पढ़े-लिखे और अपने को प्रगतिशील बताने वाले मुसलमानों को भी मदरसा , शरिया अदालत , तलाक़, हलाला , गाय का मांस खाने आदि के समर्थन में कुतर्क करते या ख़ामोश समर्थन करते पाता हूं । और इन सब मसलों पर वामपंथी दोस्तों की उतनी ही गहरी चुप्पी ।
फिर अपने कांग्रेसी तो जनेऊ भी पहनते हैं , मंदिर-मंदिर परिक्रमा करते हुए मुस्लिम टोपी भी पहनते हैं , इफ्तार आदि भी खाते-खिलाते हैं ।
कई बार इन का रिदम देख कर लगता है , गोया बैले डांस देख रहे हों । फिर इस बैले डांस पर , इस कदमताल पर इन से किसी तथ्य ,
आईपीएल 2023 में तिलक वर्मा ने 11 मैचों में 343 रन ठोके थे, पिछले सीजन…
ज्योति मौर्या के पिता पारसनाथ ने कहा कि जिस शादी की बुनियाद ही झूठ पर…
अजित पवार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा आप 83 साल…
धतूरा शिव जी को बेहद प्रिय है, सावन के महीने में भगवान शिव को धतूरा…
भारत तथा वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट मैच 12 जुलाई से डोमनिका में खेला जाएगा,…
मेष- आज दिनभर का समय स्नेहीजनों और मित्रों के साथ आनंद-प्रमोद में बीतेगा ऐसा गणेशजी…
Leave a Comment