New Delhi, Nov 11: विष्णु पुराण की मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा की संध्या पर भगवान विष्णु का मत्स्यावतार हुआ था । वहीं एक अन्य मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही महादेव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था, इसलिए इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहा जाता है । इस पावन दिन पर पवित्र नदियों में स्नान और दीपदान करने की भी परंपरा है । कार्तिक पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है । एसी मान्यता है कि इस दिन किए जाने वाले दान-पुण्य समेत कई धार्मिक कार्य विशेष फलदायी होते हैं ।
कार्तिक पूर्णिमा तिथि, स्नान का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा कहते हैं ।
इन चीजों का दान करना लाभकारी
कार्ति पूर्णिमा के दिन गाय, हाथी, घोड़ा, रथ और घी का दान करने से
कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 19 नवंबर बन रही है, पूर्णिमा
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